नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली पहुंच चुके हैं और यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच शिखर वार्ता भी होनी है जिसमें एके-203 असॉल्ट राइफलों समेत कई समझौतों पर मुहर लगेगी.


दोनों देशों के संबंध नहीं बदले


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प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से मुलाकात के दौरान कहा कि कोरोना के बावजूद भारत और रूस के संबंधों में कोई बदलाव नहीं आया है और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भी दोनों देशों के बीच बेहतरीन कॉर्डिनेशन देखा गया. उन्होंने कहा कि साल 2021 हमारे संबंधों के लिए कई मायनों में अहम है. साथ ही पिछले दशकों में कई बदलाव हुए लेकिन भारत-रूस संबंध हमेशा एक जैसे ही रहे.


पीएम मोदी ने कहा कि रणनीतिक रूप से दोनों देश साझेदार हैं. पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान समेत कई वैश्विक मुद्दों पर हम लगातार संपर्क में रहे हैं. साथ ही आर्थिक मसलों पर भी हम एक लंबे विजन पर काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने पुतिन से कहा कि आपकी यात्रा भारत के साथ आपके संबंधों की प्रतिबद्धता को दिखाती है.



भारत एक मजबूत ताकत: पुतिन


रूसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान कहा कि वह भारत आकर बहुत खुश हैं. दुर्भाग्यवश कोरोना महामारी की वजह से यह मुलाकात पहले नहीं हो पाई लेकिन भारत आने के न्योते के लिए पीएम मोदी का आभार जताता हूं. उन्होंने कहा कि हम भारत को एक मजबूत ताकत मानते हैं और इस साल दोनों देशों के बीच व्यापार में भी बढ़ोतरी हुई है. 


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पुतिन ने कहा कि कई अहम मुद्दों को लेकर हमारे बीच बेहचर तालमेल रहा है और हम अपनी तकनीकी भारत लाकर मेक इन इंडिया मिशन से जुड़ना चाहते हैं. साथ ही ग्लोबल एजेंडा पर भी हम एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करते हैं और आतंकवाद को लेकर हमारी चिंताएं एक जैसी हैं. रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि अफगानिस्तान में पैदा हुए हालात को लेकर भी दोनों देश चिंतित हैं. साथ ही मुझे उम्मीद है कि भारत-रूस के बीच साझा सैन्य अभ्यास का दौर भी चलेगा.