नई दिल्ली: पांचवें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश को दो नए आयुर्वेद संस्थान (Ayurveda Institutions) समर्पित किए. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जामनगर आयुर्वेद अध्यापन एवं अनुसंधान संस्थान और जयपुर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान का उदघाटन किया.


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दोनों देश के प्रतिष्ठित संस्थान हैं
आयुष मंत्रालय के मुताबिक दोनों ही संस्थान देश में आयुर्वेद के प्रतिष्ठित संस्थान हैं. जामनगर के आयुर्वेद अध्यापन एवं अनुसंधान संस्थान को संसद के कानून के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व के संस्थान (INI) का दर्जा प्रदान किया गया है. वहीं जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को विश्वविालय अनुदान आयोग द्वारा मानद विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया गया है. 


संसद ने जामनगर संस्थान को INI का दर्जा दिया
मंत्रालय के अनुसार संसद के कानून से हाल ही में बने जामनगर का आईटीआरएस विश्वस्तरीय स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के रूप में उभरने वाला है. उसमें 12 विभाग, तीन क्लीनिकल प्रयोगशालाएं और तीन अनुसंधान प्रयोगशालाएं हैं. इन दोनों संस्थानों में आधुनिक आयुर्वेद (Modern Ayurveda) के साथ ही पारंपरिक दवाइयों का भी अध्ययन किया जाएगा. आयुर्वेद शिक्षा के स्‍टैंडर्ड को अपग्रेड करने में इन संस्थानों को स्वायत्तता दी जाएगी.


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वर्ष 2016 से मनाई जा रही है धनवंतरि जयंती
बता दें कि धनवंतरि देश के महान प्राचीन वैद्य थे, जो देसी जड़ी-बूटियों के जरिए हर प्रकार की बीमारी का इलाज कर सकते है. मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद वर्ष 2016 से देश में धनवंतरि जयंती मनाना शुरू किया. साथ ही उनकी जयंती को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस भी घोषित कर दिया. इस साल कोरोना महामारी से निपटने में आयुर्वेद का देसी इलाज बहुत प्रभावकारी सिद्ध हो रहा है. इसलिए इस इस साल इस दिवस की अहमियत पहले के मुकाबले काफी बढ़ गई है.


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