प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के शहडोल में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन पोर्टल लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने सिकलसेल लाभार्थियों को सिकलसेल काउंसलिंग कार्ड भी बांटे. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'मैंने देश के अलग-अलग इलाकों में आदिवासी समाज के बीच एक लंबा समय गुजारा है. सीकलसेल एनीमिया बेहद कष्टदायक है. इनके रोगियों के शरीर, सीने में असहनीय दर्द होता है.' 


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उन्होंने कहा, 'यह बीमारी परिवारों को भी बिखेर देती है. यह बीमारी न हवा से, न पानी, न भोजन से फैलत है, यह बीमारी माता-पिता से ही बच्चों में होती है. यह अनुवांशिक है. पूरी दुनिया में सीकलसेल एनीमिया के जितने मामले होते हैं उनमें से 50% अकेले हमारे देश में होते हैं.'


प्रधानमंत्री ने कहा कि आज शहडोल की इस धरती पर देश आदिवासियों को सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का बड़ा संकल्प ले रहा है. आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती को हल करने का बीड़ा अब हमारी सरकार ने उठाया है. हमारे लिए आदिवासी समाज सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है, ये हमारे लिए संवेदनशीलता का विषय है, भावनात्मक विषय है.


उन्होंने कहा, 'पूरी दुनिया में 'सिकल सेल एनीमिया' के जितने मामले होते हैं, उनमें से आधे अकेले हमारे देश में होते हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले 70 वर्षों में कभी इसकी चिंता नहीं हुई और इससे निपटने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया.'


पीएम मोदी ने कहा, 'सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का ये अभियान अमृत काल का प्रमुख मिशन बनेगा. मुझे पूर्ण विश्वास है कि जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा यानी 2047 तक हम सब मिलकर एक मिशन मोड में अभियान चलाकर इस सिकल सेल एनीमिया से अपने आदिवासियों और देश को मुक्ति दिलाएंगे.'


उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री बनने के बाद जब मैं जापान की यात्रा पर गया था तब एक जापान के वैज्ञानिक से मिला था, वे वैज्ञानिक सीकलसेन एनीमिया में गहरा रिसर्च कर चुके थे. मैंने उनसे भी मदद मांगी. हमारा संकल्प है कि 2047 तक देश सीकलसेल से मुक्त होगा. इससे लवड़ने में सबसे ज़रूरी है जांच कराना. कई बार तो मरीज़ों को लंबे समय तक पता नहीं चलता है कि वे इस बीमारी से जूझ रहे हैं.'


कांग्रेस का बिना नाम लिए उन्होंने निशाना साधा और कहा कि आपको झूठी गारंटी देने वालों से भी सावधान रहना है और जिनकी अपनी कोई गारंटी नहीं है वे आपके पास गारंटी वाली नई-नई स्कीम लेकर आ रहे हैं. कांग्रेस जैसे दलों की गारंटी का मतलब नीयत में 'खोट और गरीब पर चोट'.


पीएम मोदी ने कहा, 'उनकी (कांग्रेस) गारंटी का मतलब है कुछ न कुछ गड़बड़ है. आज वे एक साथ आने का दावा कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर उनके पुराने बयान वायरल हो रहे हैं. वे हमेशा पानी पीकर एक दूसरे को कोसते रहे हैं यानि विपक्षी एकजुटता की गारंटी नहीं है. ये परिवारवादी पार्टियां सिर्फ अपने परिवार के भले के लिए काम करती आईं हैं. जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं वे ज़मानत पर बाहर घूम रहे हैं. घोटालों के आरोप में सज़ा काटने वाले एक मंच पर दिख रहे हैं. वे देशविरोधी तत्वों के साथ बैठक कर रहे हैं.'