केंद्र ने एक साथ बदले 8 राज्यों के राज्यपाल, मोदी सरकार ने SC/ST, OBC के अलावा महिलाओं को दिया पूरा मौका
भारत के इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है कि राज्यपालों (Governors) की नियुक्तियों में भी हर समुदाय को ध्यान रखा गया है और मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय (SC-ST, OBC Community) के साथ-साथ महिलाओं को भी पूरा मौका दिया है.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार में कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet Expansion) से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक साथ 8 राज्यपालों की नियुक्ति की. गवर्नर्स की नियुक्ति में मोदी सरकार (Modi Govt) ने एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय के साथ-साथ महिलाओं को भी पूरा मौका दिया है.
पहली बार रिकॉर्ड संख्या में SC-ST और OBC राज्यपाल
मोदी सरकार ने केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत (Thawar Chand Gehlot) को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया है, जो बीजेपी के बड़े दलित चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं. इसके साथ ही पहली बार देश में रिकॉर्ड संख्या में एससी-एसटी और ओबीसी (SC-ST, OBC) समुदाय के राज्यपाल हो गए हैं.
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एससी समुदाय के राज्यपाल
थावर चंद गहलोत (Thawar Chand Gehlot) भाजपा के सबसे बड़े एससी नेताओं में से हैं, जिन्हें कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है. राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है. हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य त्रिपुरा के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालेंगे. बेबी रानी मौर्य वर्तमान में उत्तराखंड की राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं.
जनजातीय समुदायों के राज्यपाल
गुजरात भाजपा के नेता मंगुभाई छगनभाई पटेल (Mangubhai Chhaganbhai Patel) को मध्यप्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है, जो आदिवासी समुदाय के बड़े नेता है. वहीं अनसुइया उइके (Anusuiya Uikey) छत्तीसगढ़ की राज्यपाल हैं.
ओबीसी समुदाय के गवर्नर्स
लोनिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाले फागू चौहान ( Phagu Chauhan) बिहार के गवर्नर पद पर कार्यरत हैं. रमेश बैस को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है, जबकि बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा के गवर्नर नियुक्त किए गए हैं. वहीं गंगा प्रसाद चौरसिया सिक्किम के राज्यपाल बनाए गए हैं और तमिलिसाई सौंदर्यराजन तेलंगाना के साथ पुडुचेरी के गवर्नर का पदभार संभाल रही हैं.
जाट समुदाय के 3 राज्यपाल
यह शायद भारत के इतिहास में पहली बार है कि जाट समुदाय के 3 लोग देश में राज्यपाल हैं. जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल में राज्यपाल हैं. वहीं आचार्य देवव्रत गुजरात के राज्यपाल हैं और सत्यपाल मलिक मेघालय के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं.
दो मुस्लिम राज्यपाल
आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) केरल के राज्यपाल हैं और नजमा हेपतुल्ला (Najma Heptulla) मणिपुर के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं. दोनों ही मुस्लिम समुदाय की प्रमुख नेता हैं.
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दो तेलुगु राज्यपाल
दो तेलुगू भाषी समुदाय के लोग भी देश में गवर्नर हैं. बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा के गवर्नर नियुक्त किए गए हैं, जबकि आंध्र प्रदेश के भाजपा नेता डा. हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया है. दोनों ही नेता तेलुगु समुदाय से आते हैं.
2014 से अब तक 8 महिलाओं की हुई नियुक्ति
2014 से अब तक 8 महिलाओं को राज्यपाल और उपराज्यपाल के पद पर नियुक्ति की जा चुकी है. यह भारत की नारी शक्ति को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री के विश्वास के अनुरूप है. अब तक मृदुला सिन्हा, द्रौपदी मुर्मू (आदिवासी समुदाय की नेता), नजमा हेपतुल्ला (मुस्लिम नेता), आनंदीबेन पटेल, बेबी रानी मौर्य (एससी नेता), अनुसुइया उइके (एसटी नेता), तमिलसाई सुंदरराजन (ओबीसी नेता) और किरण बेदी.
पिछली सरकारों में महिला राज्यपाल
जवाहरलाल नेहरू: सरोजनी नायडू, पद्मजा नायडू और विजयलक्ष्मी पंडित (जवाहरलाल नेहरू की बहन).
मोरारजी देसाई: शारदा मुखर्जी और ज्योति वेंकटचलम.
राजीव गांधी: कुमुदबेन जोशी, राम दुलारी सिन्हा, और सरला ग्रेवाल.
वीपी सिंह: चंद्रावती.
पीवी नरसिम्हा राव: शीला कौल और राजेंद्र कुमारी बाजपेयी.
एचडी देवगौड़ा: फातिमा बीविक.
आईके गुजराल: वीएस रामादेविक.
अटल बिहारी वाजपेयी: रजनी राय.
मनमोहन सिंह: प्रतिभा पाटिल, प्रभा राव, मार्गरेट अल्वा, कमला बेनीवाल, उर्मिला सिंह और शीला दीक्षित.
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