अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गांधीनगर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया। इस सम्‍मेलन में 58 से अधिक देशों से भारतीय मूल के लोग शिरकत कर रहे हैं। गौर हो कि अरब सागर में नौका में विस्फोट की घटना के मद्देनजर यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पीएम मोदी ने आज सुबह दस बजे इस सम्‍मेलन का उदघाटन किया।


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तीन दिवसीय सम्मेलन भारत के विकास में विदेशों में रहने वाले भारतवंशियों के योगदान को रेखांकित करता है और इसका उद्देश्य भारत को व्यापक भारतवंशी समुदाय से जोड़ना और उनके ज्ञान, विशेषज्ञता तथा कौशल को एक मंच पर लाना है। यह भारत सरकार के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय का प्रमुख आयोजन है। इस साल महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से अपने देश वापस लौटने के सौ साल पूरे हो रहे हैं। वह 9 जनवरी, 1915 में भारत लौटे थे।


मोदी बुधवार रात रात यहां पहुंचे मोदी की प्रदेश भाजपा इकाई ने भव्य अगवानी की। जानकारी के अनुसार, मोदी आज महात्मा मंदिर में ‘दांडी कुटीर’ का उद्घाटन करेंगे और फिर इसके बाद प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन करेंगे। प्रवासी भारतीय दिवस सात से नौ जनवरी के बीच आयोजित किया जा रहा है। ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ का आयोजन महात्मा मंदिर में 11 से 13 जनवरी तक होगा।


इससे पहले, मोदी ने कहा कि लोगों अब समझ गए हैं कि देश उनकी उम्मीदों तथा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार है। मोदी ने सरदार पटेल हवाईअड्डे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने देखा है कि देश और दुनिया में भारत के लिए सम्मान का समय आ गया है। देश ने सिर ऊंचा करके और आंखों में आंखें डालकर बात करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए आम आदमी की तथा दुनिया की भी उम्मीदें बढ़ गयी हैं। उम्मीद का माहौल है और विश्वास जगा है। उम्मीद और विश्वास का यह सेतु हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ अवसर है।


मोदी ने कहा कि मुझे लगता है कि लगभग सभी लोगों ने मान लिया है कि देश जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार हो गया है। मेरे अनुसार यह महानतम उपलब्धि है। इससे भविष्य में अच्छे परिणाम आएंगे।


मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी सफाई प्रिय थे। आज प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में हम उनकी (दक्षिण अफ्रीका से) वापसी के 100 साल पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं। 2019 महात्मा गांधी का 150वां जयंती वर्ष होगा। हमें तब तक उन्हें उनके सपनों का स्वच्छ भारत उपहार में देना चाहिए। गौर हो कि प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन पहली बार गुजरात में किया जा रहा है जबकि ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ की शुरुआत नरेंद्र मोदी ने 2003 में राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर की थी।