PM Modi ने हिमाचल प्रदेश में किया चुनावी शंखनाद, राज्य को दी ये सौगात
Bilaspur AIIMS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का उद्घाटन किया और 3600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया.
PM Modi inaugurates AIIMS Bilaspur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने बिलासपुर से हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद करते हुए 3600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया. इसके बाद पीएम मोदी शाम को कुल्लू दशहरा समारोह में भी भाग लेंगे.
पीएम मोदी ने 2017 में किया था एम्स का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अक्टूबर 2017 में बिलासपुर एम्स (Bilaspur AIIMS) का शिलान्यास किया था. केंद्रीय क्षेत्र की योजना- प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत इसे स्थापित किया गया है और 1470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्माण किया गया है.
सौभाग्य है कि विजयादशमी पर मिला ये मौका: पीएम मोदी
एम्स का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'आप सभी को, संपूर्ण देशवासियों को विजयादशमी के अवसर पर अनंत-अनंत शुभकामनाएं. ये पावन पर्व हर बुराई से पार पाते हुए, अमृत काल में जिन 'पंच प्राणों' का संकल्प देश ने लिया है, उन पर चलने के लिए नई ऊर्जा देगा. मेरा सौभाग्य है कि विजयादशमी पर हिमाचल प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर के हजारों करोड़ रुपये के प्रोजक्ट का उपहार देने का अवसर मिला है.'
बिलासपुर एम्स में मिलेंगी ये खास सुविधाएं
अत्याधुनिक एम्स अस्पताल में 18 स्पेशियलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 64 आईसीयू बेड के साथ 750 बेड शामिल है. यह अस्पताल 247 एकड़ में फैला है और यह 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फार्मेसी व जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से सुसज्जित है.
इस अस्पताल ने हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और दुर्गम जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया है. अस्पताल द्वारा काजा, सलूनी और केलांग जैसे दुर्गम जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी. इस अस्पताल में हर साल एमबीबीएस कोर्स के लिए 100 विद्यार्थियों और नर्सिंग कोर्स के लिए 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा.
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