नई दिल्ली: भारत की बेटियां किसी से कम नहीं है. पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक बेटियों ने देश का नाम रोशन किया है. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देश में सार्थक होता दिख रहा है. समाज में आई जागरूकता के बीच हजारों बेटियां नए दौर के बदलते भारत में अपनी भागीदारी बखूबी निभा रही हैं. बेटियां परिवार की आर्थिक स्थिति की चिंता किए बगैर नई राह दिखा रही हैं. ऐसी ही एक बहादुर बच्ची से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) संवाद करेंगे.


राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चयनित ज्योति


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस बेटी की बात करें तो मिथिलांचल के दरभंगा (Darbhanga) जिले के मोहन पासवान की बेटी ज्योति बहुत समझदार और जुझारू है. ज्योति कुमारी ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर जिले का मान बढ़ाया है. ज्योति इस बार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2021 से सम्मानित होंगी. ज्योति को यह सम्मान कोरोना काल में उनके द्वारा किए गए साहसिक कार्य के लिए मिलेगा.


ये भी पढ़ें- Canada: पति के सपने में देखे नंबर पर महिला ने लगाई Lottery, जीती 344 करोड़ रुपये


इसी वजह से पीएम ने ज्योति से वर्चुअल संवाद करने का फैसला किया था. पीएम इस बेटी के साहसिक कार्यों पर चर्चा करेंगे. जिला प्रशासन ने आयोजन के सारे इंतजाम पूरे कर लिए थे. बीते शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने ज्योति और उनके पिता से इस सिलसिले में संवाद किया. गौरतलब है कि National Bravery Award को लेकर एक बार फिर देश भर में बच्चों की बहादुरी के किस्से वायरल हो रहे हैं. 


जानिए क्यों एक बार फिर देशभर की सुर्खियों में है ज्योति


गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण काल में ज्योति हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम (Gurugram) से जख्मी पिता को लेकर 16 अप्रैल को दरभंगा स्थित अपने गांव पहुंची थी. इस दौरान उसने बिना किसी की मदद लिए 1200 किलोमीटर की यात्रा की थी. तब बेटी की पितृ भक्ति और श्रद्धा की कायल पूरी दुनिया हुई थी. पीएम मोदी ने भी इस बेटी की भरपूर तारीफ की थी. ऐसे में जब ज्योति के प्रधानमंत्री के साथ वार्तासाप की सूचना मिलने के बाद बिहार समेत पूरे देश में का ध्यान ज्योति पर गया है. 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस से पहले सभी की जुबान पर ज्योति की बहादुरी और हौसले की तारीफ हो रही है.  


LIVE TV