पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक पर दर्ज हुई FIR, गृह मंत्रालय ने 13 अफसरों को किया तलब
पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक के बाद गृह मंत्रालय से लेकर खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है. वहीं पंजाब सरकार के रवैये से लगता है कि वह इस केस में सिर्फ लीपा-पोती करने की कोशिश में है.
नई दिल्ली: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर जांच एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं और इस मामले की पूरी गहनता के साथ जांच की जा रही है. गृह मंत्रालय की टीम ने फिरोजपुर जाकर फ्लाईओवर पर पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक की घटना का रिक्रिएशन किया. इसके बाद फिरोजपुर पुलिस ने कुलगढ़ी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR
पंजाब पुलिस ने आईपीसी की धारा 283 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला रोका था उन्होंने अपना वीडियो बनाकर इस बात की पुष्टि की थी, जिसे जी मीडिया नेटवर्क ने अपनी इन्वेस्टीगेशन में दिखाया था. प्रधानमंत्री मोदी का रास्ता रोकने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने किस तरह लोगों को बुलाकर भीड़ इकट्ठी की थी और उन्होंने ही लोगों को बुलाकर पूरी प्लानिंग के साथ रास्ता जाम करवाया था.
इतनी बड़ी सुरक्षा में लापरवाही के चलते जहां एक तरफ पंजाब सरकार की ओर से गठित 2 सदस्यीय टीम जांच कर रही है, वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय की ओर से गठित जांच टीम भी फिरोजपुर पहुंची हुई है. इतना सब होने के बाद भी क्या कारण है कि रास्ता रोकने वालों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई न करते हुए सिर्फ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पंजाब के 13 अफसर तलब
इस मामले में गृह मंत्रालय की ओर से पंजाब के 13 अफसरों को तलब किया गया है जिनमें DIG और SSP रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं. मंत्रालय ने SSP को इस मामले में जवाब देने के लिए शनिवार तक का वक्त दिया है.
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पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पहले ही इसे मामले को सियासी स्टंट बता चुके हैं और उनका कहना था कि यह इतना बड़ा मामले है नहीं, जितना इसे तूल दिया जा रहा है. ऐसे में साफ है कि पंजाब की पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है.
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