नई दिल्ली: कोरोना से लड़ाई लड़ रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष रूप से एक क्रैश कोर्स तैयार किया गया है. इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को करेंगे. 


PM ने खुद दी जानकारी 


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पीएम ने ट्वीट कर कहा, ‘कल 18 जून को सुबह 11 बजे कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे के योद्धाओं के लिए विशेष रूप से तैयार क्रैश कोर्स की शुरुआत करूंगा. इस कार्यक्रम के जरिए एक लाख से अधिक कोरोना योद्धओं को कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा.’



प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में बुधवार को कहा गया था कि इसके साथ ही 26 राज्यों में फैले 111 प्रशिक्षण केंद्रों में इस कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी.


1 लाख से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स को फायदा


इस अवसर पर केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय भी मौजूद रहेंगे. पीएमओ के मुताबिक इस कार्यक्रम का उद्देश्य देशभर में एक लाख से अधिक कोविड योद्धाओं को कौशल से लैस करना और उन्हें कुछ नया सिखाना है.


इस क्रैश कोर्स की जरूरत क्यों? 


इस कार्यक्रम को 276 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय परिव्यय के साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना तृतीय के केंद्रीय घटक के तहत एक विशेष कार्यक्रम के रूप में तैयार किया गया है. इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में श्रमशक्ति की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए कुशल गैर-चिकित्सा स्वास्थ्यकर्मियों को तैयार किया जाएगा.


क्या है क्रैश कोर्स


किसी विषय विशेष की जानकारी देने और कौशल विकसित करने के मकसद से कम समय के लिए चलाए जाने वाले कार्यक्रम को क्रैश कोर्स कहते हैं.