पीएम मोदी को है परीक्षा पे चर्चा` का बेसब्री से इंतजार, EMRS के सौ छात्र पहली बार कार्यक्रम में लेंगे भाग
Pariksha Pe Charcha 2024: प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर कहा कि `मैं परीक्षा के तनाव को दूर करने के तरीकों पर सामूहिक रूप से `परीक्षा पे चर्चा` का उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूं.
Pariksha Pe Charcha : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक बयान सामने आया है. पीएम मोदी ने कहा है, कि वह 'परीक्षा पे चर्चा' (PPC) में छात्रों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने परीक्षाओं को मनोरंजक और तनाव मुक्त बनाने से संबंधित पिछले PPC कार्यक्रमों के विषय और व्यावहारिक सुझाव भी साझा किए है.
प्रधानमंत्री ने शनिवार ( 27 जनवरी) को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया, उन्होंने उसमें कहा कि "मैं परीक्षा के तनाव को दूर करने के तरीकों पर सामूहिक रूप से रणनीति बनाने के लिए परीक्षा योद्धाओं की सबसे यादगार सभा 'परीक्षा पे चर्चा' का उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूं.
3,000 प्रतिभागी से बातचीत करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
ऐसे में एक अधिकारी ने कहा, कि "'परीक्षा पे चर्चा' एक वार्षिक परंपरा बन गई है, जिसका परीक्षा योद्धा, माता-पिता और शिक्षक सभी चिंता पर काबू पाने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तत्पर हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है, कि इस साल 'परीक्षा पे चर्चा' 2024 कार्यक्रम 29 जनवरी को भारत मंडपम में टाउन-हॉल फॉर्मेट में आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम में लगभग 3,000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करेंगे.
EMRS के सौ छात्र पहली बार कार्यक्रम में भाग लेंगे
अधिकारी ने कहा, कि प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से दो छात्रों और एक शिक्षक और कला उत्सव के विजेताओं को कार्यक्रम के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. देश के विभिन्न हिस्सों से एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (EMRS) के सौ छात्र शुरुआत के बाद पहली बार इस कार्यक्रम में भाग लेंगे.
'परीक्षा पे चर्चा' के वर्तमान 7वें संस्करण में सरकारी पोर्टल पर उल्लेखनीय 2.26 करोड़ पंजीकरण दर्ज किए गए. शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह देशभर में छात्रों के बीच 'परीक्षा पे चर्चा' के व्यापक उत्साह को उजागर कर रहा है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'परीक्षा पे चर्चा' को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा की. साथ ही उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि 'परीक्षा पे चर्चा' छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक वार्षिक परंपरा बन गई है.