नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखी पहली किताब आज (शनिवार) लॉन्च होगी. नई दिल्ली में एक समारोह में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर इसे लॉन्च करेंगे. 'एग्जाम वारियर्स(Exam Warriors)' नाम की इस किताब का प्रकाशन पेंग्विन बुक्स ने किया है, यह किताब 208 पन्नों की है और इसकी कीमत 85 रुपए हैं. लॉन्च होने से दो दिन पहले इस किताब की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है.


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कूल जाने वाले छात्रों को परीक्षा में होने वाले तनाव को कम करने के लिए एक किताब लिखी है. यह किताब उन छात्रों के लिए मददगार होगी जो परीक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं. पीएम मोदी ने अपनी किताब में ऐसे बच्चों के लिए कुछ टिप्स दिए हैं. जिन्हे पढ़कर बच्चें खुद को तनावमुक्त महसूस कर सकेंगे.



किताब के कवर पेज को बहुत ही रोचक तरीके से डिजाइन किया गया है. कवर पेज में बच्चों को खेलते हुए दिखाया गया है. इसमे पीएम मोदी का नाम कवर के नीचे नरेंद्र मोदी को बड़े अक्षर में लिखा गया है. कवर में पीएम मोदी को तिरंगे पकड़े दिखाया गया है.


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बता दें कि कुछ समय पहले पीएम मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में छात्रों को परीक्षा में तनाव के मुद्दे को लेकर चिंता जताई थी. 'मन की बात' के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने छात्रों से कहा था कि परीक्षा एक तरह से अपनी क्षमता पहचानने का एक तरीका होता है. लिहाजा हर छात्रों को अपनी ताकत पहचाननी चाहिए. उन्होंने यह भी छात्रों को सुझाव दिया था कि छात्रों के मन से परीक्षा का तनाव दूर करने के लिए स्कूलों में हर साल 'परीक्षा उत्सव' की मनाना चाहिए.


पीएम मोदी ने शिक्षकों को दिया सुझाव
पीएम मोदी ने शिक्षकों को सुझाव देते हुए कहा था कि शिक्षकों को मेरा सुझाव है कि साल में दो बार क्यों न परीक्षा उत्सव मनाया जाए, जिसमें परीक्षा से जुड़ी कविताएं सुनाई जाएं, परीक्षा पर व्यंग्य हो, परीक्षा पर कार्टून बनाए जाएं. इससे छात्रों के मन से परीक्षा को लेकर बैठा तनाव दूर होगा. पीएम मोदी ने कहा था कि जो छात्र दिन-रात पढ़ाई करते है वह बेकार नहीं जाएगी. परीक्षा में कभी भी ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए.


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इसे बोझ की तरह नहीं लेना चाहिए. छात्रों को पुरानी बातों में न जीने की सलाह देते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें वर्तमान में जीवन जीना चाहिए और परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए. पीएम मोदी ने अभिभावकों को भी सुझाव दिया था कि हर रोज परीक्षा से आने के बाद छात्रों से यह नहीं पूछा जाना चाहिए कि पेपर कैसा गया? मोदी ने छात्रों से कहा था कि उन्हें 'वरियर' यानी चिंतामग्न होने की बजाय 'वॉरियर' यानी योद्धा बनना चाहिए.