PMC बैंक: खाताधारक डॉक्टर ने की आत्महत्या, पुलिस ने स्कैम नहीं डिप्रेशन को बताया वजह
इस मामले की जांच कर रही वर्सोवा पुलिस के मुताबिक निवेदिता ने पीएमसी बैंक की वजह से आत्महत्या नहीं की हैं. निवेदिता ने नींद की गोलियों का ओवरडोज़ लिया था.
मुंबई: पीएमसी बैंक (PMC Bank) के एक खाताधारक की दिल का दौरा पड़ने से मौत के 24 घंटे के भीतर ही एक अन्य महिला खाताधारक ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली. महिला का नाम निवेदिता बिजलानी (39) है. निवेदिता मुंबई के अंधेरी इलाके में रहती थीं और पेशे से डॉक्टर थीं. निवेदिता का पीएमसी बैंक में अकाउंट जरूर था लेकिन पुलिस इस मामले को पीएमसी घोटाले की वजह से आत्महत्या नहीं मान रही है.
पुलिस की मानें तो निवेदिता काफी संपन्न घर से थीं और आर्थिक रूप से काफी मजबूत थीं. इस मामले की जांच कर रही वर्सोवा पुलिस के मुताबिक निवेदिता ने पीएमसी बैंक की वजह से आत्महत्या नहीं की हैं. निवेदिता ने नींद की गोलियों का ओवरडोज़ लिया था.
दरअसल निवेदिता की पहली शादी साल 2001 में हुई थी. इसके बाद उनकी दूसरी शादी साल 2017 में एक अमेरिकी नागरिक से हुई थी. पहली शादी से निवेदिता को एक 17 साल की बेटी है. निवेदिता खुद एक डॉक्टर थीं और अमेरिका में प्रैक्टिस करती थीं.
निवेदिता के पिता ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा है कि मार्च 2018 में उसने अमेरिका में भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी. उसके बाद वो डिप्रेशन का शिकार हो गई थीं. इस घटना के बाद वो भारत आकर रहने लगीं और एक डॉक्टर से डिप्रेशन का इलाज करवाने लगीं थी.
PMC बैंक: प्रदर्शन के बाद खाताधारक की हार्ट अटैक से मौत, खातों में जमा थे 90 लाख
LIVE TV
संजय गुलाटी का केस
उल्लेखनीय है कि पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक घोटाले के सामने आने के बाद से खाताधारकों (account holders) को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को पीएमसी बैंक के एक खाताधरक संजय गुलाटी की मौत हो गई है. संजय गुलाटी के पीएमसी बैंक (PMC bank) में कुल चार अकाउंट थे जिनमें करीब 90 लाख रुपये जमा थे. यह घोटाला सामने आने पर आरबीआई (RBI) द्वारा पीएमसी बैंक पर लगाई गई पाबंदियों के बाद से परेशान थे.
संजय गुलाटी ने सोमवार (14 अक्टूबर) को एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था. यह विरोध प्रदर्शन अदालत के बाहर हुआ था जहां पीएमसी बैंक घोटाले के आरोपियों की पेशी हुई थी. प्रदर्शन के बाद वह घर लौटे और देर शाम को हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई.
सारी जमा पूंजी थी बैंक में जमा
संजय गुलाटी ( उम्र 51) मुंबई के अंधेरी के ओशिवरा के तारापोर गार्डन बिल्डिंग में रहते थे. जेट एअरवेज में उनकी नौकरी चली गई थी. उनका इनकम सोर्स बंद था. ऐसे में सारी जमा पूंजी उन्होंने एफडी की माध्यम से पीएमसी बैंक की ओशिवरा ब्रांच में जमा की थी. वह लार्ज डिपोजिटर के तौर पर लिस्टेड थे. पीएमसी बैंक में उनके चार खाते थे. कुल मिलाकर 90 लाख रुपये जमा थे. वह पैसे निकाल नहीं पाने को लेकर परेशान थे. चार सदस्यों का यह परिवार था. गुलाटी अपने पीछे दो बच्चे और पत्नी को छोड़ गए हैं जिसमें से एक बेटा स्पेशल चाइल्ड है. संजय गुलाटी के रिश्तेदार राजेश दुआ ने बताया कि संजय बहुत ही परेशान थे.
आरबीआई ने लगा दी है पीएमसी पर पाबंदियां
बता दें पीएमसी बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद आरबीआई ने इस बैंक के ग्राहकों के लिए नकदी निकासी की सीमा तय करने के साथ ही बैंक पर कई तरह के अन्य प्रतिबंध लगा दिए हैं. सोमवार को (14 अक्टूबर) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक (PMC) से छह महीने में रकम निकासी की सीमा बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दी है. पहले यह सीमा 25,000 रुपये थी.