Prayagarj Umesh pal hatyakand: बरेली के पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने बताया कि शुक्रवार को बिथरी चैनपुर पुलिस ने इज्जतनगर के गांव परतापुर जीवन सहाय निवासी फरहद उर्फ गुड्डू और बारादरी थाना क्षेत्र के सकलैन नगर निवासी यामीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रापर्टी डीलर फरहद अशरफ के साले सद्दाम के साथ साझेदारी में काम करता था और उसके बैंक खाते में सद्दाम से रुपयों के लेनदेन के सबूत भी मिले हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि फरहद और यामीन जेल में अशरफ से भी मुलाकात करने जाते थे. उन्होंने बताया कि बिथरी चैनपुर थाने में दर्ज आपराधिक मामले में दोनों को गिरफ्तार किया गया है.


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उमेश पाल हत्याकांड के तार अशरफ से जुड़े


पुलिस अधिकारी ने बताया कि माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ पिछले करीब तीन साल से बरेली की जिला जेल में बंद है. 24 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के तार अशरफ से जुड़े तो यहां भी जांच पड़ताल शुरू हुई. उन्होंने बताया कि इसमें जेल में अशरफ की उसके गुर्गों से अवैध रूप से मुलाकात की पुष्टि होने के बाद 7 मार्च को थाना बिथरी चैनपुर में अशरफ, उसके साले सद्दाम, पुराना शहर के लल्ला गद्दी, जेल के बंदी रक्षक शिवहरि अवस्थी, कैंटीन आपूर्तिकर्ता दयाराम उर्फ नन्हें के अलावा जेल के अज्ञात अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. अब तक इस मामले में पुलिस दो बंदीरक्षकों समेत छह आरोपियों को जेल भेज चुकी है. इसके साथ ही जेलर और डिप्टी जेलर समेत सात अधिकारी-कर्मचारी निलंबित किए जा चुके हैं. यामीन और फरहद सद्दाम और लल्ला गद्दी के जरिए अशरफ के लिए काम करते थे.


क्या है उमेश पाल हत्याकांड


आपको बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले का गवाह था. इसके बाद से पुलिस गैंगस्टर अतिक अहमद के करीबियों पर छापे मार रही है और उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े नामों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.


(इनपुट: एजेंसी)


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