Polio spreads through air need injectable vaccine: पोलियो (Polio) एक संक्रामक रोग है. पोलियो वायरस मुख्‍यतः छोटे बच्‍चों को निशाना बनाता है. इसकी वजह से शरीर काे अंग जिंदगी भर के लिये कमजोर हो जाते हैं. पोलियो का लकवापन ज्यादातर मामलों में ठीक नहीं होता है इसलिए कहा जाता है कि बचाव यानी वैक्सीन ही इसका एक मात्र उपाय है. ऐसे में 'दो बूंद जिंदगी' वाली पोलियो ड्राप्स (Polio Drops) क्या अब इस वायरस से बचाने में नाकाफी है, ये सवाल अब क्यों खड़ा हो रहा है आइए बताते हैं. 


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रणनीति में बदलाव चाहते हैं डॉक्टर


दरअसल 25 साल पहले पल्स पोलियो अभियान को बढ़ावा देने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर टी जैकब जॉन अब लकवे का शिकार बनाने वाले इस वायरस को खत्म करने की रणनीति में बदलाव करना चाहते हैं. मेडिकल जर्नल  'द लैंसेट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पोलियो का वायरस अब हवा से फैल रहा है इसलिए अब ये दो बूंद की ड्रॉप्स के बजाए इसकी वैक्सीन को इंजेक्शन के जरिए देना चाहिए.


'खसरे से ज्यादा संक्रामक है पोलियो'


टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्च में कहा गया है कि वैश्विक रूप से इस वायरस का सफाया करने के लिए चलाए जा रहे अभियान में नई चुनौतियों की वजह से नया टारगेट निर्धारित करना पड़ा है. आपको बताते चलें कि डॉक्टर जॉन के अलावा मुंबई की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ धन्या धर्मपालन का कहना है कि पोलियो का वायरस श्वसन तंत्र (Respiratory System) को प्रभावित कर रहा है क्योंकि ये हवा के जरिए फैल रहा है. रिसर्च में यह भी कहा गया है कि 'पोलियो' का वायरस 'खसरे' (Measles) की तुलना में अधिक संक्रामक है. वहीं इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के डॉ नितिन शाह ने भी इस रिसर्च पर अपनी बात रखते हुए भारत में बच्चों के टीकाकरण की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी है.