BJP on Sanatan Dharm:  सनातन धर्म के मुद्दे पर तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बयान क्या दिया कि निशाने पर राहुल गांधी आ गए. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी का पाखंड सामने आ चुका है, घमंडिया अब अपने असली रूप में सामने है, सवाल यह कि बयान उदयनिधि स्टालिन ने दिया तो कांग्रेस निशाने पर क्यों है. दरअसल तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके की सरकार एक साथ है. डीएमके गठबंधन का कांग्रेस हिस्सा है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सभी विषयों पर बात करने वाले राहुल गांधी क्यों चुप हैं, आखिर जवाब देने में क्या परेशानी है. दरअसल कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा ही हिंदू समाज को अपमानित करने की रही है. एक बार फिर कांग्रेस का चेहरा सबके सामने है.


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सनातन धर्म पर ज्ञान


तमिलनाडु सरकार में मंत्री और स्टालिन के बेटे उदयन स्टालिन ने कहा कि कुछ व्यवस्था ऐसी होती है जिसका ना होना ही अच्छा माना जाता है. सनातन धर्म उनमें से एक है. सनातन धर्म, डेंगू और मलेरिया की तरह है जिसका खत्म होना जरूरी है. उनके इस बयान पर जब बवाल बढ़ा तो उन्होंने सफाई भी दी थी. शनिवार को तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा 'सनातन के उन्मूलन' विषय पर चेन्नई में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने तर्क दिया कि सनातन सामाजिक न्याय के विचार के खिलाफ था और यह मिटाना पड़ा. उदयनिधि ने कहा था कि उन्हें एक विशेष भाषण देने का अवसर देने के लिए सम्मेलन के आयोजकों को धन्यवाद देता हूं. आपने सम्मेलन का नाम 'सनातन विरोधी सम्मेलन' के बजाय 'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' रखा है, इसकी सराहना करता हूं. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है, ऐसे ही हमें सनातन को मिटाना है। सनातन का विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए.


बीजेपी के निशाने पर कांग्रेस


-राहुल गांधी को सनातन की समझ नहीं
-राहुल गांधी क्यों चुप हैं
-सोनिया गांधी ने भी राम को काल्पनिक बताया था.
-सनातन को खत्म करने की बहुत कोशिश हुई.
-राहुल गांधी का पाखंड सामने है.
- उदयनिधि के बयान पर तेजस्वी और नीतीश क्यों चुप है.
-वोट के लिए विपक्ष कुछ भी कर रहा है.
-हिंदू विरोधी एजेंडा से मुश्किल में पड़ेंगे.


किसी भी बहस के लिए तैयार


उदयनिधि ने कहा था कि सनातन नाम संस्कृत से है. यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. हालांकि बाद में भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल के प्रमुख का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों के नरसंहार की अपील नहीं की है. सनातन धर्म एक ऐसा सिद्धांत है जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटता है। सनातन धर्म को उखाड़ना मानवता और मानव समानता को कायम रखना है. पेरियार और अंबेडकर के लेखन को किसी भी मंच पर प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं. इन लोगों ने सनातन धर्म और समाज पर इसके नकारात्मक प्रभाव पर गहन शोध किया था.