लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर सियासी बहस जारी है और लोग इसे लेकर तरह-तरह के कयास भी लगा रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या कानून से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि आखिर कब यूपी में ये कानून आएगा.


यूपी चुनाव से पहले आएगा अध्यादेश?


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सीएम योगी से पूछा गया कि क्या विधानसभा चुनाव से पहले सरकार जनसंख्‍या नियंत्रण अध्यादेश लेकर आएगी. इसका जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि ‘हर चीज का समय होता है, आप लोग कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन मंदिर निर्माण शुरू हो गया. अभी हमारे सामने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्‍यु दर को नियंत्रित करने की चुनौती है.'


मुख्यमंत्री ने कहा, 'सरकार ने इसके लिए जनसंख्‍या नीति के तहत एक व्यापक अभियान शुरू किया है और भविष्य में कुछ भी होगा तो सबसे पहले मीडिया को पता चलेगा. हमारा कोई कार्य चुपके से नहीं होता, जो होगा नगाड़ा बजाकर करेंगे. सही समय आने पर जानकारी देंगे.’ 


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बीती जुलाई को जनसंख्या नियंत्रण पर एक मसौदा बिल उत्तर प्रदेश लॉ कमीशन की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था, जिसमें महीने की 19 तारीख तक जनता से सुझाव मांगे गए थे. मसौदे के मुताबिक उत्तर प्रदेश में दो से अधिक बच्चे वाले लोगों को स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने, सरकारी नौकरियों के लिए अप्लाई करने या किसी भी तरह की सब्सिडी हासिल करने से रोक दिया जाएगा.


सत्ता में वापसी का किया दावा


आगामी विधान सभा चुनाव को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी भारी बहुमत से सरकार बना रही है और 350 से अधिक सीटें पाकर हम आ रहे हैं. बीजेपी की ओर से कई राज्यों में मुख्यमंत्रियों को बदले जाने, लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी के टिके रहने को उनके दमखम से जोड़े जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह कोई दम खम की बात नहीं है, यह तो पार्टी के मूल्यों और सिद्धांतों की बात है और पार्टी जिस कार्यकर्ता को जो जिम्मेदारी देगी, उसे वह पूरा करेगा.’


यूपी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदे को आरोपों पर सीएम योगी ने कहा कि सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है और इससे किसी को भी रोका नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि सभी दलों का अपना एजेंडा होता है और फैसला तो जनता करती है. ‘अब्बाजान’ शब्द के इस्तेमाल के संबंध में सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें चिढ़ने वाली बात क्या है. उन्होंने कहा कि लोगों को मुस्लिमों का वोट चाहिए लेकिन उन्हें ‘अब्बा जान’ से परहेज है.