महाराष्ट्र की राजनीति में आए भूचाल के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के 53 में से 51 विधायकों ने पिछले साल महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी सरकार के गिरने के बाद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से भारतीय जनता पार्टी (BJP) से हाथ मिलाने को कहा था. प्रफुल्ल पटेल के मुताबिक, एनसीपी के 51 विधायक 2022 में बीजेपी के साथ आने को तैयार थे.


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NCP से बगावत कर सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना गठबंधन में शामिल हुए अजित पवार का साथ देने वाले पटेल ने ‘जी 24 तास’ न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर एनसीपी, शिवसेना के साथ सरकार बना सकती है तो बीजेपी के साथ क्यों नहीं.


गौरतलब है कि रविवार को एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने पार्टी तोड़कर बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. उनके अलावा छगन भुजबल और हसन मुशरिफ समेत पार्टी के 8 अन्य विधायकों को भी सरकार में मंत्री बनाया गया.


शिंदे की बगावत के कारण पिछले साल जून में राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. बाद में शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए थे. पटेल ने कहा कि पिछले साल भाजपा गठबंधन में शामिल होने को लेकर एनसीपी में चर्चा हुई थी. उन्होंने बताया कि विधायकों ने इस पर चर्चा की थी.


पटेल ने कहा, ‘‘इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया था. अब इसे आकार दिया गया है. फैसला एक पार्टी के तौर पर लिया गया है न कि मेरे या अजित पवार के द्वारा लिया गया है.’’  उन्होंने यह भी दावा किया कि जयंत पाटिल उन 51 विधायकों में से एक थे जो चाहते थे कि शरद पवार बीजेपी गठबंधन वाली सरकार में शामिल होने की संभावना तलाश करें.


उन्होंने कहा कि केवल अनिल देशमुख और नवाब मलिक चर्चा में शामिल नहीं थे. पटेल ने कहा, ‘‘एनसीपी मंत्रियों ने शरद पवार को एक पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी को सत्ता से बाहर नहीं रहना चाहिए. सरकार में शामिल होने की संभावना तलाशने में कोई हर्ज नहीं है.’’


यह पूछे जाने पर कि सरकार में शामिल होने का कदम क्यों नहीं उठाया गया था, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘कोई निर्णय नहीं लिया गया और दूसरे पक्ष को लगा होगा कि हमारी जरूरत नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि शरद पवार के काफी करीब होने के बावजूद उन्हें कुछ महीने पहले उनके पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले के बारे में मालूम नहीं था. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि शरद पवार मुझसे नाराज होंगे. वह मेरे बारे में जो भी सोचते हैं, मैं उसका सामना करूंगा.’’


(भाषा- इनपुट)