NDTV: प्रणय और राधिका रॉय ने निदेशक पद से दिया इस्तीफा, ये लोग बोर्ड में हुए शामिल
Radhika - Prannoy Roy resign from NDTV: नियामक को दी गई जानकारी के मुताबिक, एनडीटीवी ने सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिन्नैया चेंगलवारायण को आरआरपीआरएच (RRPRH) के बोर्ड में निदेशक के रूप में नियुक्त किया है.
Prannoy roy resign: एनडीटीवी के मालिक और संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने मंगलवार, 29 नवंबर को आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (RRPRH) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है, ये जानकारी नियामक को दी गई. जिसमें बताया गया है कि सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिन्नैया चेंगलवारायण को तत्काल प्रभाव से आरआरपीआरएच (RRPRH) के बोर्ड में निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाता है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) ने 7 नवंबर को 492.81 करोड़ रुपये की इस खुली पेशकश को मंजूरी दी थी. इसके जरिए 294 रुपये प्रति शेयर की कीमत से 1 करोड़ 67 लाख शेयरों की पेशकश की गई है.
NDTV को खरीदना जिम्मेदारी थी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि एनडीटीवी को खरीदना अवसर नहीं बल्कि जिम्मेदारी थी. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि आजादी का मतलब सही को सही और गलत को गलत कहना होता है. अगर सरकार ने कुछ गलत किया है तो आप कहें कि यह बात गलत है. वहीं सरकार अगर कुछ अच्छा कर रही है तो आपमें उसे अच्छा कहने का भी साहस होना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने एनडीटीवी के मालिक और संस्थापक प्रणय रॉय को इसका मुखिया बने रहने के लिए भी आमंत्रित किया था.
5 दिसंबर तक है ओपन ऑफर
23 अगस्त को गौतम अडानी समूह ने एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी, तभी अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी के 26 फीसदी शेयर खरीदने का ऐलान किया था. जिसके लिए ओपन ऑफर लाने की बात कही थी. अब ये ओपन ऑफर अडानी ग्रुप 22 नवंबर को लेकर आया है, जो 5 दिसम्बर तक खुला हुआ है.
29 फीसदी हिस्सेदारी हुई खत्म
अडानी ग्रुप ने अगस्त महीने में विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) को अधिग्रहण करने की बात कही थी, इस कंपनी ने 2009 और 2010 में एनडीटीवी (NDTV) के बिजनेस प्रमोटर यानी प्रणय रॉय और राधिका रॉय को 403.85 करोड़ रुपये उधार दिए थे. इसके एवज में कर्जदाता से किसी भी समय एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का प्रावधान रखा था. अब अडानी ग्रुप की कंपनी ने 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए खुली पेशकश की है.
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