Prayagraj Murder Case: प्रयागराज हत्याकांड में विवाद गहराता जा रहा है. वारदात के बाद से रोजाना नए मोड़ ने इस केस को और पेचीदा बना दिया है. अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में नया बयान देकर सनसनी फैला दी है. उन्होंने मंगलवार को भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रयागराज हत्याकांड में मृतक भाजपा का सदस्य था व पैसे के मामले में जिसका नाम आ रहा है, वह भी भाजपा के ही मंत्री हैं.


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अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘इलाहाबाद हत्याकांड में मृतक भाजपा का सदस्य था व पैसे के मामले में जिसका नाम आ रहा है वो भी भाजपा के ही मंत्री हैं. आख़िर मुठभेड़ करके सरकार कौन सा राज छुपा रही है? अब जो भाजपा की छवि की मिट्टी-पलीद कर रहे हैं, वो भाजपाई कब मिट्टी में मिलाए जाएंगे या मंत्री-पद से हटाएं जाएंगे?’’


अधिकारियों ने कहा था कि बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला व्यक्ति सोमवार तड़के प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया. पुलिस ने बताया था कि मुठभेड़ के दौरान विजय चौधरी उर्फ उस्मान के गर्दन, सीने और जांघ में गोली लगी.


उस्मान की पत्नी सुहानी ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि सोमवार को उसे फर्जी मुठभेड़ में मार डाला गया. इस बीच, सोमवार को प्रयागराज में आयोजित पत्रकार वार्ता में अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी पर शाइस्ता परवीन को मामले में उलझाने के लिए उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया, ताकि वह बसपा के टिकट पर महापौर का अगला चुनाव न लड़ सकें.


आयशा ने प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर अतीक अहमद का पांच करोड़ रुपये उधारी नहीं लौटाने का भी आरोप लगाया था. नगर की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी पर उमेश पाल हत्याकांड का षड़यंत्र रचने के आयशा नूरी के आरोप का जवाब देते हुए अभिलाषा के पति और प्रदेश के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ट्वीट कर सोमवार को कहा था कि ये बातें मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने और गुमराह करने का असफल प्रयास मात्र है.


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(एजेंसी इनपुट के साथ)