President Election 2022: देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा इसको लेकर सियासत गरमा गई है. राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को सयुंक्त उम्मीदवार चुना है. वहीं, भाजपा ने आदिवासी समुदाय से द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. शिवसेना और कई अन्य दलों ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की घोषणा कर दी है. इसी क्रम में बाबा साहेब अंबेडकर के पोते और वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने मांग की है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद की दौड़ से हट जाएं.


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प्रकाश अंबेडकर ने की ये अपील


राष्ट्रपति चुनाव को लेकर प्रकाश अंबेडकर ने ट्वीट कर कहा कि 'यशवंत सिन्हा से राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने का अनुरोध है, क्योंकि पार्टियों के कई अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सदस्य द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने के लिए मन बना चुके हैं.'



 उद्धव ठाकरे ने किया मुर्मू का समर्थन


शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को मुंबई के दादर स्थित शिवसेना भवन में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ऐलान किया कि वह राष्ट्रपति (राष्ट्रपति चुनाव) पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए शिवसेना के किसी सांसद या किसी और ने उन पर दबाव नहीं डाला. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह फैसला शिवसेना सांसदों के अनुरोध का सम्मान करते हुए लिया गया है.


उम्मीदवार चुने जाने पर द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा था?


एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपने नामांकन की कहानी बयां की है. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा. एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने कहा था कि जिन्हें आजादी के 75 साल बाद यह मौका नहीं मिला, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि हम इस मुकाम पर पहुंचेंगे. वे अब बहुत खुश हैं. 21 जून को मेरी उम्मीदवारी की घोषणा से ठीक 15 मिनट पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे फोन किया और मुझे सूचित किया. तब द्रौपदी मुर्मू ने पीएम से पूछा कि क्या मैं यह काम ठीक से कर सकता हूँ? इस पर पीएम मोदी ने कहा, हम सब आपके साथ हैं और ये आपको करना है. और इस मैंने हां कह दिया.


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