नई दिल्‍ली : कांग्रेस महासचिव का पदभार संभालने के बाद पहली बार प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की बैठक में शामिल हुईं. उन्‍होंने इस दौरान बीजेपी और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी हमला बोला. उन्‍होंने कहा कि हम संघ की विचारधारा को पराजित करेंगे. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी और संघ की विचारधारा और चिंतन प्रक्रिया को संयुक्‍त रूप से चुनौती दिए जाने की जरूरत है.


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गुरुवार को कांग्रेस की मीटिंग में शामिल हुईं प्रियंका गांधी पार्टी अध्‍यक्ष और भाई राहुल गांधी से अलग बैठीं. वह पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के प्रभारी बनाए गए ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के बगल में बैठीं. बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पहुंचकर पदभार संभाला था. उन्हें महासचिव-प्रभारी (पूर्वी उत्तर प्रदेश) नियुक्त किया गया है. हाल ही में प्रियंका को महासचिव-प्रभारी (पूर्वी उत्तर प्रदेश) और सिंधिया को महासचिव -प्रभारी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) नियुक्त किया गया था.



प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी मुख्यालय में अपने भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कमरे के बगल वाले कक्ष में बैठेंगी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष के बगल वाला वही कमरा प्रियंका को दिया गया जहां राहुल बतौर पार्टी उपाध्यक्ष बैठा करते थे. कांग्रेस अध्यक्ष और प्रियंका के इस कमरे के निकट ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा के भी कक्ष हैं.


प्रियंका गांधी अपने भाई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ 11 फरवरी को चार दिवसीय दौरे पर लखनऊ आएंगी. कांग्रेस के आधिकारिक सूत्रों अनुसार राहुल और प्रियंका 11 फरवरी को लखनऊ आएंगे. उनके साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पार्टी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी होंगे. उनके अनुसार प्रियंका 11 से 14 फरवरी तक लखनऊ में रहेंगी. वह प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर संगठन की स्थिति की समीक्षा करेंगी.