Lakshmi Elephant:  पुडुचेरी में मनकुला विनायकर के प्रसिद्ध मंदिर से जुड़ी एक हथिनी की बुधवार (30 नवंबर) को सैर के दौरान अचानक हृदय गति रुकने से मौत हो गई. 1995 में एक उद्योगपति ने लक्ष्मी नाम की हथिनी को मंदिर को दान में दिया था, तब से ही यह भक्तों और विदेशी टूरिस्टों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई थी. लोग इसका आशीर्वाद लेते थे.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हथिनी की देखभाल कर रहे क्षेत्रीय सरकार के एक पशु चिकित्सक उस जगह पर मौजूद थे जहां उसे दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि जानवर की सेहत ठीक थी और अचानक दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई. वह कल्वे कॉलेज सरकारी माध्यमिक विद्यालय के पास सड़क पर गिर गई और उसकी मृत्यु हो गई.


 



लक्ष्मी को श्रद्धांजलि देने के लिए लगी लोगों की कतारें
सोशल मीडिया पर लक्ष्मी की मौत की खबर जंगल की आग फैली. केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से लोग श्रद्धांजलि देने के लिए कतार में लग गए. लोगों को जानवर के पार्थिव शरीर पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाते और माल्यार्पण करते भी देखा गया. पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसै सौंदरराजन भी हथिनी को श्रद्धांजलि देने पहुंची.


क्रेन की मदद से उठाया गया शव
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था, तभी क्रेन की मदद से एक ट्रक में शव को रखा गया. बता दें मनकुला विनायकर मंदिर पुडुचेरी का इकलौता मंदिर था जहां हाथी था.


(इनपुट - पीटीआई)


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं