नई दिल्ली: विपक्षी शिरोमणि अकाली दल ने सोमवार को पुलवामा हमले के बाद दिए बयानों के चलते पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू के बीच इस मुद्दे पर कहासुनी भी हुई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पंजाब विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से पहले मजीठिया के नेतृत्व में अकाली दल के नेताओं ने उन तस्वीरों को जलाया जिनमें सिद्धू पाकिस्तान सेना प्रमुख से गले मिलते नजर आ रहे थे. सिद्धू गत वर्ष 18 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने पाकिस्तान गए थे.


सदन के बाहर मजीठिया ने पत्रकारों से कहा, 'किसी भी चीज से पहले हम कांग्रेस और पंजाब सरकार का स्पष्ट रुख जानना चाहते हैं. क्या वे पाकिस्तानी सेना के प्रमुख और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की निंदा करते हैं?' मजीठिया ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले की निंदा के लिए सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करने के बाद भी सिद्धू कह रहे हैं 'आप पाकिस्तान को दोषी नहीं ठहरा सकते, आप किसी एक व्यक्ति को दोषी नहीं ठहरा सकते'.


पूर्व अकाली मंत्री ने कहा, 'हम चाहते हैं कि सिद्धू को उनके बयानों के लिए मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया जाए'. प्रश्न काल शुरू होते ही शिअद-भाजपा के विधायकों ने सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया.


शिअद-भाजपा विधायकों ने काले बैज लगाए थे. सिद्धू जब मामले पर बोल रहे थे तब शिअद-भाजपा के विधायकों ने नारेबाजी कर उनके वक्तव्य को बाधित करने की कोशिश भी की. इस दौरान सिद्धू और मजीठिया के बीच कहासुनी भी हो गई और अध्यक्ष ने उन्हें प्रश्न काल बाधित ना करने को भी कहा.


(इनपुट-भाषा)