पुलवामा हमलाः शहीदों के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जाएगा, पीएम मोदी देंगे श्रद्धांजलि
मोदी सरकार डोसियर तैयार करेगी, जिसमे ये सबूत होंगे कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है.
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा के अवंतिपोरा में हुए आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अहम बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया गया. बैठक में आतंकियों के खिलाफ जवाबी करवाई के अलावा पुलवामा आतंकी हमले पर मोदी सरकार डोजियर तैयार करेगी, जिसमे ये सबूत होंगे कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इसके जरिये कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को अलग थलग किया जाएगा.
वहीं आज (शुक्रवार) भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान से शहीदों के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जाएगा. यहां पालम एयरपोर्ट पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएम मोदी दिल्ली में शहीदों को श्रद्धाजंलि देने पहुंचेंगे.
भारतीय वायुसेना का सी-17 विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से श्रीनगर के लिए रवाना हुआ.
आज सुबह सुरक्षा मामलों की कैबिनेट बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई. इस बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, एनएसए अजीत डोवाल, खुफिया विभाग (आईबी) के उच्च अधिकारियों के अलावा तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी शामिल हुए. बैठक में सीआरपीएफ के डीजी पुलवामा आतंकी हमले के बारे में कमेटी (CCS) को जानकारी दी.
बैठक के बाद डीजी सीआरपीएफ और गृह मंत्री राजनाथ सिंह कश्मीर रवाना होंगे. राजनाथ सिंह घायलों से मिलने अस्पताल भी जाएंगे. आज प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए. बीजेपी ने भी आज अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो चुके है, जबकि कई घायल जवान अभी भी अस्पताल में भर्ती है. ये हमला गुरुवार को जम्मू श्रीनगर हाईवे पर पुलवामा जिले के अवंतिपोरा में सीआरपीएफ (CRPF) के वाहन को निशाना बनाकर आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) के जरिए किया गया. सीआरपीएफ के वाहनों पर यह हमला उस वक्त हुआ, जब सेना के जवानों का काफिला जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था.
हालातों की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने कश्मीर घाटी और जम्मू में इंटरनेट सेवा पर फिलहाल रोक लगा दी है.इस काफिले में 78 वाहन शामिल थे, जिनमें 2500 सुरक्षाकर्मी सवार थे. आतंकियों ने इलाके में जवानों पर पहले गोलीबारी की और फिर उन पर कार के जरिये आईईडी ब्लास्ट किया.
सेना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि 2001-02 में आतंकियों ने इसी तरह के फियादिन हमले को अंजाम दिया था. सेना का कहना है कि सेना ने जिस तरह से आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया है, उसमें उनकी बौखलाहट बढ़ गई है. इसी कारण उन्होंने आईएसआईएस की तर्ज पर ये हमला किया है.
जैश ने काफिले पर फिदायीन हमला करने वाले आतंकी आदिल ऊर्फ वकास का वीडियो जारी किया. वीडियो में दक्षिण कश्मीर के काकपोरा के रहने वाले वकास जैश के झंडे के आगे बैठा हुआ दिख रहा है. उसके सामने ग्रेनेड और अत्याधुनिक राइफल रखी हुई है.
वीडियो की शुरुआत करते हुए वकास कह रहा है, 'जब तक यह वीडियो आप लोगों तक पहुंचेगा उस समय मैं जन्नत में मजे लूट रहा होऊंगा. मैंने जैश ए मोहम्मद में आतंकी के रूप में एक साल बिताया और यह मेरा कश्मीर के लोगों के लिए आखिरी मैसेज है.'
(इनपुट भाषा)