नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की. रावत ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बड़ा बयान दिया है. रावत ने कहा है, नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को जल्द ही दिल्ली बुलाया जायेगा. कमेटी सिद्धू से बात करेगी. साथ ही पंजाब कांग्रेस में छिड़ी 'रार' की खबरों पर रावत ने कहा, कैप्टन अमरिंदर चंडीगढ़ में PC कर सभी मामलों को साफ करेंगे. सोनिया गांधी भी मामले पर निगाह रखे हुए हैं. हरीश रावत ने कहा, 'सोनिया गंधी जी (Sonia Gandhi) इस मामले का समाधान निकालेंगी, ये हमें पूरा भरोसा है.


'जुलाई में तय हो जाएगा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष'


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साथ ही रावत ने कहा, सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) तय करेंगी कि किसके नेतृत्व में पंजाब विधान सभा का चुनाव लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा, बयानबाजी मामले पर सिद्धू को मैंने बातचीत के लिए बुलाया है. कैप्टन साहब से हमारी बात हो गई है. रावत ने कहा, जुलाई की 8-10 तारीख तक कांग्रेस अध्यक्ष का नाम आ जायेगा. उन्होंने कहा, सिद्धू के बयानों को मंगाया गया है, सिद्धू को समय पर दिल्ली बुलाएंगे.


'पंजाब में सब जल्द ठीक किया जाएगा'


वहीं पंजाब कांग्रेस अध्य सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने कहा, 'पीसीसी प्रधान के तौर पर मैं गारंटी देता हूं कि हम पंजाब को मध्य प्रदेश और राजस्थान नहीं बनने देंगे. वहां से सबक लेते हुए पंजाब में सब जल्द ठीक किया जाएगा. सिद्धू साहब को पार्टी प्लेटफॉर्म पर अपनी बात रखनी चाहिए. सिद्धू साहब के लिए शेर अर्ज है. कि दुश्मनी जमकर करो, लेकिन इतनी गुंजाइश रहे कि फिर मिलें तो शर्मिंदा न हों. किससे कब मिलना है ये तो इनको तय करना है. आज से पहले मेरा मिलना भी तय नहीं था. 18 तारीख से ये प्रोसेस शुरू हुआ है. पिछले चुनाव में भी भठिंडा की रैली में राहुल जी ने ही कैप्टन साहब को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था. चुनाव के दौरान ही मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के नाम का ऐलान होगा.'


कांग्रेस आलाकमान से कैप्टन की मुलाकात क्यों नहीं?


बता दें, कल (मंगलवार) हरीश रावत समेत 3 सदस्यीय कमेटी ने दोबारा कैप्टेन अमरिंदर से मुलाकात की थी. बिना राहुल सोनिया से मिले ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब वापस लौट गए. इके बाद कई सवाल उठ रहे हैं. क्या इसे कैप्टन की नाराजगी माना जाए या फिर आलाकमान की अनदेखी? क्या आलाकमान के पास कैप्टन से मिलने का समय नहीं हैं? या फिर अभी कैप्टन को दिल्ली दरबार में दोबारा आना होगा. कैप्टन मंगलवार को कमेटी के सामने दोबारा पेश हुए थे. 


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पंजाब कांग्रेस में बड़ा बदलाव होना है?


सूत्रों के मुताबिक कैप्टन सिद्धू के बयानों से नाराज हैं. सवाल यह भी उठ रहे हैं क्या पंजाब कांग्रेस में बड़ा बदलाव होना है? क्या सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान दी जा सकती है? या फिर कोई और बनेगा पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष. कमेटी के सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान था कि पंजाब में राहुल सोनिया के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. ये संकेत कैप्टन के लिहाज से ठीक नहीं है. क्योंकि 2017 का चुनाव कैप्टन के नेतृत्व में लड़ा गया था.


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