Rahul Gandhi Speech: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश चक्रव्यूह में फंसा हुआ है, जिसका प्रतिनिधित्व कमल (बीजेपी) कर रहा है, जिसे पीएम मोदी छाती पर लगाए रहते हैं. कांग्रेस सांसद ने कहा कि समाज में डर का माहौल है और यह डर हमारे देश के हर पहलू में व्याप्त है.


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'21वीं सदी में रचा गया नया चक्रव्यूह'


बयान में राहुल ने कहा, 'हजारों साल पहले कुरूक्षेत्र में 6 लोगों ने अभिमन्यु को 'चक्रव्यूह' में फंसा कर मारा था...मैंने थोड़ा रिसर्च किया और पता चला कि 'चक्रव्यूह' का दूसरा नाम होता है 'पद्मव्यूह'- जिसका मतलब है 'कमल निर्माण'. 'चक्रव्यूह' कमल के फूल के आकार का है. 21वीं सदी में एक नया 'चक्रव्यूह' रचा गया है- वो भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है. इसका चिन्ह प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं. अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है- युवा, किसान, महिलाएं, छोटे और मध्यम व्यवसाय के साथ वही किया जा रहा है...आज भी 'चक्रव्यूह' के केंद्र में 6 लोग हैं...जैसे पहले 6 लोग कंट्रोल करते थे वैसे आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं -नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अंबानी और अडानी.


राहुल के इस बयान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दखल दिया तो उन्होंने कहा, '...अगर आप चाहते हैं तो मैं NSA, अंबानी और अडानी का नाम हटा देता हूं और सिर्फ 3 नाम लूंगा.'


'हम इस चक्रव्यूह को तोड़ेंगे'


राहुल ने कहा, 'आपने जो 'चक्रव्यूह' बनाया है इससे करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंच रहा है. हम इस 'चक्रव्यूह' को तोड़ने जा रहे हैं. ऐसा करने का सबसे बड़ा तरीका जिससे आप सब डरते हैं वह जाति जनगणना है. जैसा कि मैंने कहा कि INDIA गठबंधन इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा वैसे ही मैं कह रहा हूं कि इस सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे.'


भाषण के दौरान राहुल गांधी ने बजट सत्र से पहले वित्त मंत्रालय में आयोजित पारंपरिक हलवा समारोह का पोस्टर दिखाया.  उन्होंने कहा, 'इस फोटो में बजट का हलवा बांटा जा रहा है. मुझे इसमें एक भी ओबीसी, आदिवासी या दलित अधिकारी नहीं दिख रहा. 20 अधिकारियों ने हिंदुस्तान का बजट तैयार किया. हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है.' 


'73 फीसदी लोगों को नहीं मिल रहा हलवा'


राहुल गांधी ने आगे कहा, 'आप लोग हलवा खा रहे हैं और देश के 73 प्रतिशत लोगों को हलवा नहीं मिल रहा है. हिंदुस्तान का बजट 20 लोगों ने तैयार किया और उन्होंने हलवा खाया. मैं चाहता था कि बजट में जाति जनगणना की बात उठे. 95 प्रतिशत लोग जाति जनगणना चाहते है. सब जानना चाहते हैं कि हमारी हिस्सेदारी कितनी है. सरकार हलवा बांटती है और 2-3 प्रतिशत लोगों को हलवा मिलता है. देखो वित्त मंत्री हंस रही हैं. ये हंसने की बात नहीं है.'


राहुल ने कहा, 'देश के पीएम मेरे भाषण में कभी नहीं आएंगे. शिव की बारात में कोई आ सकता है और नाच-गा सकता है और अपनी बात कह सकता है. ये लड़ाई शिव की बारात और चक्रव्यूह के बीच में है. आप अपने आप को हिंदू कहते हो, आप हिंदू धर्म को समझते नहीं हो.


अडानी-अंबानी पर बोला हमला


राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी का बिना नाम लिए बिना कहा कि ये जो दो लोग हैं इनके पास पोर्ट्स हैं, रेलवे  है. इनके पास पूरे धन का मोनोपली है. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि मैं इनके बारे में कैसे बोलूं. मगर मुझे तो बोलना है. इस पर केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी को सदन के नियम नहीं पता हैं. देश नियम-संविधान से चलता है. सदन में इस पर काफी हंगामा हुआ.


राहुल ने पेपर लीक को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा, मुख्य मुद्दा युवाओं का है. एग्जाम का पेपर लीक हो जाता है. दूसरी तरफ बेरोजगारी 10 साल में 70 बार पेपर लीक हुआ है. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने मिडिल क्लास की पीठ में छुरा भोंका है. कैपिटल गेन टैक्स बढ़ाकर छाती में छुरा मारा गया है. अब मिडिल क्लास सरकार को छोड़ने जा रहा है.