कर्नाटक में कांग्रेस की 4 गारंटियां, राहुल गांधी ने कहा- पहली कैबिनेट में पूरे होंगे चारों वादे
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस बासवन्ना के समान साझेदारी, समान अवसर के आदर्शों पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा, `वे हिंदुस्तान में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं. वे गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों से पैसे लेकर दो या तीन अमीर लोगों की झोली में डाल रहे हैं.`
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में चुनावी प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ बीजेपी और आरएसएस पर लोकतंत्र पर हमला करने और देश में नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने लोगों से कांग्रेस का समर्थन करने और यह सुनिश्चित करने की भी अपील की कि पार्टी कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में कम से कम 150 सीटों पर जीत हासिल करे और पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आए. उन्होंने कहा, 'सुनिश्चित करें कि कांग्रेस को कम से कम 150 सीट मिलें और बहुमत मिले वरना वे (भाजपा) आपके पैसों का इस्तेमाल कर विधायक खरीदेंगे.'
उन्होंने कहा, 'बीदर बसवन्ना (12वीं सदी के समाज सुधारक) की कर्म भूमि है. अगर किसी ने लोकतंत्र के बारे में पहली बार बात की और लोकतंत्र की ओर रास्ता दिखाया तो वह बसवन्ना थे. यह दुख की बात है कि आज पूरे देश में आरएसएस और बीजेपी के लोग लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं.'
जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस बासवन्ना के समान साझेदारी, समान अवसर के आदर्शों पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'वे हिंदुस्तान में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं. वे गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों से पैसे लेकर दो या तीन अमीर लोगों की झोली में डाल रहे हैं.'
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के सत्ता में आने का भरोसा जताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में चुनावी गारंटियों को लागू करने पर फैसला लिया जाएगा. कांग्रेस पार्टी ने चार चुनावी 'गारंटियों' की घोषणा की है - सभी घरों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपये मासिक सहायता, प्रत्येक सदस्य को 10 किलो चावल मुफ्त और ग्रेजुएट युवाओं को हर महीने 3,000 रुपये और डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह हर बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने और काले धन के खिलाफ लड़ाई समेत अन्य झूठे वादे नहीं करेगी और सत्ता में आने के तुरंत बाद अपने वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा, 'जो भी कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनेगा, वह सत्ता में आने के पहले दिन गारंटी को कानून में बदल देगा.'