Rajasthan News: अशोक गहलोत की मुश्किलों का अंत नहीं, `CM` के चक्कर में गई कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी; अब बेटे की ओर से लगा झटका
Rajasthan Politics: कहते हैं कि कई बार ज्यादा तेज चलने पर नुकसान भी उठाना पड़ जाता है. कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के साथ हो रहा है. पहले उनकी कांग्रेस के अध्यक्ष पद की हाथ आती कुर्सी निकल गई. अब उन्हें बेटे की ओर से झटका लगा है.
RCA Election 2022: राजस्थान का सीएम बने रहने की जिद के चलते कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का अवसर गंवा चुके अशोक गहलोत के परिवार के लिए मुश्किलें लगातार बढ़ती जार ही है. अब उन्हें ताजा झटका राजस्थान हाई कोर्ट ने दिया है. कोर्ट ने राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव (RCA Election 2022) पर रोक लगा दी है. इस चुनाव में सीएम अशोक गहलोत के बेटे और RCA के मौजूदा अध्यक्ष वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) दोबारा प्रेजिडेंट पोस्ट के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. यह चुनाव आज यानी 30 सितंबर को होना था लेकिन अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद इसे टाल दिया गया है.
इन क्रिकेट संघों ने दायर की है याचिका
दौसा, नागौर, श्रीगंगानगर और अलवर के जिला क्रिकेट एसोसिएशन (DCA) की ओर से दायर याचिकाओं पर विचार करने के बाद जस्टिस महेंद्र गोयल की सिंगल बेंच ने गुरुवार को यह आदेश पारित किया. रिट याचिका में आरोप लगाया गया था कि RCA चुनाव के इलेक्शन ऑफिसर रामलुभाया स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यक्ति नहीं हैं. वे एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं और सीएम अशोक गहलोत के अधीन वर्षों तक काम कर चुके हैं.
इलेक्शन ऑफिसर की निष्ठा पर जताया शक
याचिकाकर्ता क्रिकेट संघों की ओर से पेश हुए वकील डॉ अभिनव शर्मा ने कहा कि इलेक्शन ऑफिसर बने रामलुभाया ने गहलोत सरकार के तहत वर्षो तक सक्रिय रूप से काम किया है. सरकार ने इस साल मार्च में रामलुभाया को राजस्थान में जिलों के परिसीमन के लिए उच्चाधिकार प्राप्त समिति का 6 महीने के लिए अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. इसके बाद 8 सितंबर को उन्हें RCA चुनाव के लिए इलेक्शन ऑफिसर बना दिया गया.
हाई कोर्ट ने अध्यक्ष के चुनाव पर लगा दी रोक
याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि गहलोत सरकार ने RCA के चुनावों को प्रभावित करने के मकसद से उच्चाधिकार प्राप्त समिति में 13 सितंबर को उनका कार्यकाल 2023 तक बढ़ा दिया. वहीं RCA की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट राजेंद्र प्रसाद ने दलील दी कि अगर केवल पिता के कहने पर चुनाव प्रभावित हो रहे हैं तो जय शाह बीसीसीआई के सचिव हैं और उनके पिता भारत के गृह मंत्री हैं, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि बीसीसीआई राजनीतिक दबाव में है. अदालत ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की दलीलों को खारिज कर दिया और शुक्रवार को होने वाले चुनाव (RCA Election 2022) पर रोक लगा दी. मामले की सुनवाई अब शुक्रवार को होगी.
(एजेंसी भाषा)
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