Rajasthan Assembly Election: राजस्थान कांग्रेस जहां सीएम अशोक गहलोत और राजेश पायलट की जंग में उलझी है. वहीं विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने कांग्रेस में सेंधमारी शुरू कर दी है. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया शुक्रवार को जयपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की उपस्थिति में पार्टी ज्वाइन की. महरिया के अलावा, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी रामदेव सिंह खारीवा, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी पीआर मीणा, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी गोपाल मीणा, नरसी किराड और हेमंत शर्मा भी भाजपा में शामिल हो गए.


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भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ट्वीट किया, 'कांग्रेस के झूठे वादों, भ्रष्टाचार, जंगलराज के विरोध में और प्रधानमंत्री मोदी की गरीब कल्याणकारी योजनाओं से प्रेरित होकर कांग्रेस के जनाधार नेता, पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया पांच सिद्धांतों को मानते हुए भाजपा में शामिल हुए.'


महरिया ने खड़गे को सौंपा इस्तीफा
इससे पहले सुभाष महरिया ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंप दिया था. कांग्रेस में शामिल होने से पहले महरिया भाजपा में थे.


1998, 1999 और 2004 में वे लोकसभा के लिए चुने गए जिसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, 2014 में बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया.


अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में महरिया मंत्री थे और उन्होंने भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया. 2019 के आम चुनाव में उन्होंने बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था.


आलाकमान के लिए सिरदर्द बनी राजस्थान कांग्रेस
कांग्रेस की राजस्थान इकाई लगातार पार्टी आलाकमान के लिए सिरदर्द बनी हुई है क्योंकि इस साल के अंत में होने वाले राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहा तनाव खुलकर सामने आ गया है. कांग्रेस पार्टी 2024 में महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान में एक और कार्यकाल की उम्मीद कर रही है.


(इनपुट - ani)