Masuda: श्री प्राज्ञ जैन युवा मंडल बिजयनगर के तत्वावधान में आयोजित 7 दिवसीय धार्मिक शिक्षण और संस्कार शिविर ‌का समापन हुआ. इस अवसर पर समापन समारोह में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए जैन आर्चाय सुदर्शन मुनि के आज्ञा अनुवर्ती जैन संत उपाध्याय प्रवर प्रियदर्शन मुनि महाराज ने कहा कि जीवन निर्माण के लिये धार्मिक शिविरों का आयोजन उपयोगी है क्योंकि संस्कार के अभाव में व्यक्ति का जीवन अधूरा रहता है. 


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प्रत्येक व्यक्ति को माता-पिता और बड़ों को प्रणाम करने बाद अपनी दिनचर्या शुरू करनी चाहिए. अच्छे संस्कारों के जरिए और धर्म के प्रति निष्ठावान रहकर श्रेष्ठ जीवन का निर्माण करना चाहिए.


जीवन में श्रेष्ठ संस्कार निहित होने की स्थिति में हमारे मन में धर्म के प्रति श्रद्वा और समर्पण के भाव पैदा हो सकते है. समापन समारोह मुख्य अतिथि प्रेमराज बोहरा, शांतिलाल बाठिया, समारोह गौरव विनोद कुमार अरुण कुमार चौरड़िया, विशिष्ठ अतिथि पुखराज अभिषेक कुमार डांगी के आतिथ्य मे संपन्न हुआ. 


शिविर मे मंगलाचरण व विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियो का व धार्मिक नाट्य मंचन का प्रस्तुतीकरण करके धर्म के प्रति समर्पित रहने की भावनाओं पर प्रकाश डाला गया. धार्मिक शिविर मे 571 शिविरार्थियों ने भाग लिया. सुश्री प्रिया भंडारी निशा नाहर और 15 अध्यापकों शिक्षिकाओं द्वारा शिविर में अपनी सेवाएं दी. 


इस दौरान जैन समाज के अध्यक्ष भवरलाल कोठारी, मंत्री ज्ञानसिंह सांखला, चत्तरसिंह पीपाड़ा युवा मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सांखला, युवा मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंघवी, मत्री अंकुश नाहर सहित शहर के गणमान्यजन मातृशक्ति और शिविरार्थी उपस्थित रहे. शिविर का संचालन संयोजक संपत कुमार छाजेड़ और सुश्री प्रिया भंडारी ने किया. 


Reporter- Ashok Bhati


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