Tonk : राजस्थान के टोंक जिले में देवली-उनियारा विधायक हरीश मीना (MLA Harish Meena) आज क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे. जहां उनियारा, अलीगढ़ में सामुदायिक अस्पतालों का निरीक्षण कर कोविड महामारी (Coronavirus) से लड़ने के लिए किए गए इंतजामों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं. विधायक ने कोरोना से मौतों के आंकड़ों को लेकर अधिकारियों को दो टूक कहा कि जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच कोई नहीं आ सकता. 


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नगरपालिकाध्यक्ष से लेकर सरपंच और प्रधान के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मृतकों की संख्या को लेकर कमेटियां गठित की. मृतकों के आंकड़े की ऑडिट शुरू करवाई. दोषियों पर सख्त एक्शन एक्शन लेने का दावा किया.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कोरोना से मृतकों के परिवारों को सम्भल देने को लिए आर्थिक सहायता की घोषणा करते ही अब अफसरों के पैरों तले जमीन खिसकना शुरू हो गई है. क्योंकि अफसरों से कोरोना से मृतकों के आंकड़ें छिपाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. वो शायद सिर्फ इसलिए किया की मुख्यमंत्री (CM Gehlot) के सामने उनकी सीआर खराब ना हो, लेकिन अब यहीं लापरवाही लापरवाह अफसरों पर आने वाले दिनों में भारी पड़ती नजर आ रही है.


आज उनियारा-अलीगढ़ क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे विधायक हरीश मीना ने साफ शब्दों में कहा कि कोरोना से मृतकों की संख्या को लेकर कोई लापरवाही सामने आई तो सख्त कार्रवाई करेंगे. फिलहाल हमने हमारे सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य और प्रधानों के माध्यम से गांव-गांव इसका सत्यापन करवा रहे हैं कि कितने लोगों की कहा कोरोना से मौत हुई है. जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच कोई अधिकारी नहीं आएगा. मुझे चिकित्सा और उपखंड प्रशासन ने बताया है कि उनियारा अलीगढ क्षेत्र में कोरोना से साल 2020-21 में 11 मौतें हुई है. तो वहीं देवली में साल 2021- 21 में महज 4 मौते हुई है.


अब इस संख्या का सत्यापन हम नगर पालिका अध्यक्ष से वार्ड वार तो प्रधान से ग्राम पंचायतवार करवा रहे हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके. जनता और जनप्रतिनिधि के बीच कोई अधिकारी नहीं आ सकता है. अधिकारी वहीं है जो जनता की सच्चे मन से सेवा करें. नियमों की आड़ में लापरवाह करने वाला अधिकारी नहीं है.


कोरोना से मौतों की संख्या छिपाने को लेकर पहले ही भाजपा कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. ऐसे में अब विधायक हरीश मीना का यह बयान कहीं भाजपा की सियासत के लिए आग में घी का काम तो नहीं करेगा. क्या वाकई चिकित्सा विभाग कोरोना से मृतकों की संख्या छिपा रहा है. क्योंकि विधायक हरीश मीना ने जिस तरह से जांच कमेटी तैयार कर ऑडिट शुरू करवाई है. उससे तो यहीं लगता है कि जल्द ही चिकित्सा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की पोल खुल कर सामने आ जाएगी. अब इंतजार रहेगा कि यह कमेटियां कब विधायक को जांच रिपोर्ट तैयार कर सूची उपलब्ध करवाती है और विधायक हरीश मीना क्या एक्शन लेते हैं.


रिपोर्ट : पुरूषोत्तम जोशी


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