Ajmer Crime News: अजमेर के सरवाड़ उपखंड के टांटोटी गांव में फायरिंग व मारपीट करने के दो आरोपियों को जिला स्पेशल टीम ने धर दबोचा. हालांकि फायरिंग का मुख्य आरोपी कुख्यात डकेत धनसिंह अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है. 


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गांव में भिनाय तिराए पर प्लांट को लेकर फायरिंग की गई. इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक के विनीत कुमार बंसल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचंद्र सिंह डिप्टी हर्षित शर्मा के सुपरविजन में दोनों अपराधियों के धर पकड़ हुई. 


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सरवन थाने के हिस्ट्रीशीटर गोपाल सिंह राठौड़ और टांटोटी निवासी नवल सिंह दोनों को जिला स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया है. डीएसटी इंचार्ज राजेश मीणा कांस्टेबल रामराज सामरिया कांस्टेबल राज किरण कांस्टेबल महेंद्र आदि ने कार्रवाई को अंजाम दिया. सराना थाना प्रभारी विजय मीणा ने बताया कि रामपाल बागरिया पर गोपाल सिंह धन सिंह विजेंद्र सिंह नवल सिंह व उनके साथ आए अन्य व्यक्तियों ने फायरिंग की. 


इसके बाद रामपाल बागड़िया को नाजुक हालत में जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर भर्ती कराया गया है. फायरिंग के बाद जिला स्पेशल टीम के जवानों ने सीसीटीवी फुटेज खगाले है. वहीं, कई संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी है. टीम के सदस्य कुख्यात डकैत धन सिंह की गिरफ्तारी के लिए सरगर्मी से तलाश कर रहे हैं. 


टांटोटी फायरिंग मामले में सराना पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. फायरिंग हो जाने के बाद भी पुलिस को कोई जानकारी नहीं थी. गोली लगने के बाद घायलावस्था में रामपाल बागरिया खुद थाने पर पहुंच गया. उसके बाद पुलिस को गोली की फायरिंग की जानकारी मिली. इससे यह प्रतीत होता है कि शरण पुलिस का आसूचना तंत्र पूरी तरह फेल हो गया है. 


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बता दें कि राजस्थान सरकार ने टाटोटी में पुलिस चौकी खोल रखी है और एक एएसआई को सरकार ने वहा लगा रखा है लेकिन फायरिंग की घटना की किसी को कानों-कान भनक तक नहीं लगी.