अजमेर में मृतक दलित के स्थान पर डेढ़ करोड़ में कोई दूसरा करवा गया कृषि भूमि का बेचान, फिर ऐसे खुली पोल
Ajmer News : पीसांगन तहसील क्षेत्र के सूरजकुंड पटवार हल्का अंतर्गत मोतीसर गांव निवासी साढ़े 12 वर्ष पूर्व दिवंगत हुए दलित व्यक्ति के नाम कृषि भूमि को भूमि मालिक के स्थान पर डेढ़ करोड़ रुपये में कोई दूसरा व्यक्ति मृतक की कृषि भूमि को बेचान कर गया.
Ajmer News : पीसांगन तहसील क्षेत्र के सूरजकुंड पटवार हल्का अंतर्गत मोतीसर गांव निवासी साढ़े 12 वर्ष पूर्व दिवंगत हुए दलित व्यक्ति के नाम कृषि भूमि को भूमि मालिक के स्थान पर डेढ़ करोड़ रुपये में कोई दूसरा व्यक्ति मृतक की कृषि भूमि को बेचान कर गया. नामांतरण के वक्त जब पटवारी की सजगता से पोल खुली. तब मृतक की बेटियों ने यहां आरोपितों के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज करवाया. मामले की जांच थानाधिकारी नरपतराम बाना ने शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर तहसीलदार शीला चौधरी ने भी मामला सामने आने के बाद मामले में अग्रिम कार्रवाई हेतु उच्च अधिकारियों से दिशा निर्देश लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
थानाधिकारी नरपतराम बाना के मुताबिक उपखंड क्षेत्र के मोतीसर गांव निवासी दिवंगत बींजा पुत्र मूला भांबी की 70 वर्षीय बेटी आपुदेवी भांबी व 60 वर्षीय बेटी सोहनीदेवी भांबी ने दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाते हुए बताया की उनके पिता बींजा भांबी की अगस्त 2010 में मौत हो चुकी हैं. उनके पिता बींजा के नाम मोतीसर गांव में अवस्थित खेत में खसरा नंबर 673 कुंआ जिसका क्षेत्रफल 0.020 हैक्टेयर व खसरा नंम्बर 674 उनका खेत है जिसका क्षेत्रफल 4.69 हैक्टेयर है. उनके उक्त खेत व खेत मे स्थित कुएं को मेरे दिवंगत पिता के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति ने हमारे पिता बींजा पुत्र मूला व बींजा का पुत्र श्रवण गत 16 जनवरी को पंजीयन नामा टाइप करवाकर गत 19 जनवरी को यहां स्थित तहसील कार्यालय में कूटरचित तरीके से 1 करोड़ 40 लाख रुपये में चांद डेयरी के पास धोला भाटा अजमेर पुलिस थाना अलवर गेट निवासी इंद्रजीत पुत्र गिरधारी लाल व नागौर जिले के थांवला थाना अंतर्गत भैरूंदा निवासी ताराचंद पुत्र किसनाराम रेगर के नाम बेचान कर दिया. इंद्रजीत व ताराचंद रेगर से 1 करोड़ 40 लाख रुपये कृषि भूमि व कुएं के बेचान पेटे फर्जी लोगों ने ले लिए.
थानाधिकारी बाना ने बताया कि रिपोर्ट में दोनों बहनों ने बताया कि फर्जी पंजीकरण की जानकारी उन्हें हल्का सूरजकुंड के पटवारी हमीदुर्ह्मान से जब दस्तावेज पटवारी के पास नामांतरण के लिए आया तब मिली. इस पर उन्होंने तहसील कार्यालय से पंजीकृत दस्तावेज निकलवाया. जिसमें उन्हें जानकारी मिली कि उनके दिवंगत पिता बींजा के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति ने उनके पिता बनकर जमीन को 1 करोड़ 40 लाख रुपए लेकर बेचान कर दिया और उक्त पंजीकृत दस्तावेज में सूरजकुंड निवासी श्रवण भांबी व खरवा निवासी लेखराज बतौर गवाह अंकित है. ब्यावर निवासी सेठू दलाल और उक्त गवाह श्रवण ओर चैनपुरा,नसीराबाद के रहने वाले प्रभुसिंह व नानूसिंह ने मिलकर पड़यंत्र रचकर हमारे मृत पिता को जीवित बताकर रजिस्टार के समक्ष पेश करते हुए हमारी जमीन का इंद्रजीत व ताराचंद को बेचान कर दिया.
मृतक का फर्जी पुत्र बन करवाया पंजीयन
पीड़ितों ने शिकायत में आरोपित सूरजकुंड निवासी श्रवण पुत्र बींजा नाम के व्यक्ति पर आरोप लगाया कि उनके इस नाम का कोई भाई भी नहीं है. उनका सिर्फ एक ही भाई हैं जिसका नाम बस्तीराम है. जबकि श्रवण ने उनका फर्जी भाई बनकर पंजिकृत दस्तावेज में हस्ताक्षर कर उनके साथ धोखाधड़ी की है.