Ajmer: प्रदेशभर में वाल्मिकी समाज की और से भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण समाप्त कर भर्ती में एक सौ प्रतिशत वाल्मिकी समाज को ही शामिल करने की मांग उठी है. इस मांग को लेकर बुधवार को वाल्मिकी समाज संघर्ष समिति ने मुखयमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है. रैली के रूप में उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे वाल्मिकी समाज के लोगों तथा सफाई कर्मचारियों ने उपखंड कार्यालय के बाहर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए एसडीएम मृदूलसिंह को ज्ञापन दिया.


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एसडीएम सिंह को दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि सफाई कर्मचारी भर्ती 2023 में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता दी जाए. भर्ती में वाल्मीकि समाज से अनुभव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता समाप्त करने, वर्ष 2018 में कोर्ट केस वाले अभ्भयार्थियों को सीधे नियुक्ति देने अथवा सफाई कर्मचारी भर्ती 2023 में प्रथम वरीयता देने की मांग की.


साथ ही सफाई कर्मचारी भर्ती 2023 में वाल्मिकी समाज के जाति प्रमाण पत्र को ही अनुभव प्रमाण पत्र के रूप में वरियता देने, भर्ती प्रक्रिया को ऑनलाइन के बजाय ऑफ लाइन करने तथा आवेदन प्रक्रिया को नि:शुल्क करने की मांग की है. ज्ञापन में 6 सूत्री मांगों को नहीं मानने की सूरत में गुरुवार को झाडू डाउन हड़ताल करने की चेतावनी दी है.


उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देने के बाद सभी कर्मचारी नगर परिषद पहुंचे जहां पर उन्होंने नगर परिषद आयुक्त तथा सभापति को भी अपनी मांगों तथा झाडू डाउन हडताल की चेतावनी को लेकर ज्ञापन दिया. इसेस पूर्व सभी सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर लायंस गार्डन में एकत्रित हुए जहां पर सफाई कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने अपना संबोधन देते हुए अपनी बात रखी. लायंस गार्डन में उपस्थित सफाई-कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारे लगाए.


ज्ञापन देने वालों में संघर्ष समिति अध्यक्ष जीवराज जावा, सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष मुकेश डूलगच, ब्रजराज डबलगच, नारायण अटवाल, लक्ष्मण तेजी, नरेन्द्र सांगेला, शिवराज चांवरिया, रामलाल खोकर, अशोक लखन, नीरज घावरी, भंवरलाल जावा, प्रभूदास कंडारा, नीरज तर्क, प्रेमदेवी, राधादेवी, रेखा, विष्णु, शांति देवी तथा किशन चावंरिया आदि शामिल थे.


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रिपोर्टर- दिलीप सिंह चौहान