Lok Sabha Chunav 2024: अजमेर लोकसभा सीट राजस्थान की ही नहीं, बल्कि देश की एक महत्वपूर्ण सीट है. यहां का ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह और ब्रह्मा मंदिर दोनों ही पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. इस बार अजमेर सीट पर चौधरी vs चौधरी का मुकाबला है, लेकिन अजमेर की जनता बड़ी दिलचस्प है. क्योंकि यहां जनता हर बार अपना विकल्प बदल देती है यानी एक बार कांग्रेस, तो एक बार बीजेपी उम्मीदवार के जीतने की परंपरा चली आ रही है. 


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मुस्लिम वोट बैंक में ज्यादा सेंध नहीं मार पा रही बीजेपी
यहा धार्मिक पर्यटन बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है, तो दूसरी तरफ बीजेपी तमाम कोशिशों के बाद भी मुस्लिम वोट बैंक में ज्यादा सेंध नहीं मार पाई है. अजमेर लोकसभा में शहर की जनता के बीच बीजेपी के प्रति उत्साह और विश्वास नजर आ रहा है. लोकल मुद्दों के साथ राम मंदिर, धारा 370 और CAA के मुद्दे भी हावी है. लोगों के अनुसार, यहां कैंडिडेट नहीं, बल्कि पीएम मोदी के नाम पर जनता वोट करती है, लेकिन शहर से बाहर निकलने के बाद जनता का मिला जुला मूड नजर आता हैं. तो वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी इसी को अपनी ताकत बताते है. वो कहते है कि लोग बीजेपी के प्रत्याशी से नाराज है. 


अजमेर सीट पर चौधरी vs चौधरी का मुकाबला
बता दें कि राजस्थान लोकसभा चुनाव 2 चरणों में संपन्न होंगे. पहले चरण में राजस्थान के 12 सीटों पर मतदान होंगे. वहीं, दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. अजमेर में दूसरे चरण में यानी 26 अप्रैल को मतदान होंगे. इस बार अजमेर सीट से कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही चौधरी प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. इस सीट पर बीजेपी ने भागीरथ चौधरी (Bhagirath Choudhary) को टिकट दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने रामचंद्र चौधरी (Ramchandra Choudhary)को प्रत्याशी घोषित किया है. 



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