Ajmer: राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार 11 फरवरी को आयोजित होने वाली प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए पंचायत समिति जवाजा मुख्यालय के सभागार में मेगा विधिक चेतना शिविर और डोर स्टेप काउंसलिंग का आयोजन किया गया.


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अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-1 ब्यावर नीतू कुमारी ने शिविर में उपस्थित पक्षकारान और आमजन को लोक अदालत की जानकारी देते हुए बताया कि सभी प्रकार के राजीनामा योग्य दीवानी, फौजदारी, चैक अनादरण, राजस्व, किराया अधिकरण, मोटरवाहन के लंबित मामलों को आपसी राजीनामा के माध्यम से निस्तारित करवाने से समय और धन की बचत होती है. इसमें किसी भी पक्षकार की हार जीत नहीं होती है और लंबित प्रकरण का अंतिम रूप से निस्तारण हो सकेगा. 


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इस दौरान उनके द्वारा पक्षकारों के मध्य काउंसलिंग कराकर प्रकरणों के राजीनामा से निस्तारण के प्रयास किये गए. शिविर में उपस्थित पैनल लॉयर नरेन्द्र शर्मा द्वारा उपस्थित पक्षकारों के मध्य लंबित विवादों पर समझाइश करवाई गई. पीएलवी संजय सिंह गहलोत द्वारा आमजन को बाल विवाह रोकथाम अभियान, बाल संरक्षण, अस्पृश्यता अधिनियम, निःशुल्क विधिक सहायता, महिलाओं व वृद्धजन के लिए बने कानूनों की जानकारी प्रदान की गई.


शिविर में उपस्थित नायब तहसीलदार एस एन पुरोहित, गिरदावर राजेश सिंह, पटवारी गजेन्द्र, आशीष सोनी, अनिल भाटी व रघुराज सिंह द्वारा राजस्व मामलों, रिकार्ड प्रविष्टि सुधार, संपत्ति विभाजन, कृषि जोत, पारिवारिक व अन्य राजीनामा योग्य प्रकरणों में पक्षकारान के मध्य चल रहे विवादों को अंतिम रूप से निस्तारित करने के लिए लोक अदालत के माध्यम से राजीनामा करने हेतु उपस्थित जन को प्रेरित किया. इस दौरान न्यायालय कर्मी हेमेन्द्र कुमार, रमेश सिंह और मदन काठात उपस्थित रहे.


Reporter- Dilip Chouhan