Ajmer news: अजमेर के ब्यावर में इसी कड़ी में शहर के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में भी मॉकड्रिल का आयोजन किया गया.मॉकर्डिल के दौरान अस्पताल के मुखय गेट पर खड़े ट्रॉलीमैन ने एंबुलैंस के माध्यम से लाए गए संक्रमित रोगी स्टे्रेक्चर पर लिटा कर हाथों-हाथ कोरोना वार्ड में शिफट किया.रोगी के आते हैं, कोविड वार्ड में पहले से ही ड्यूटी पर तैनात चिकित्साकर्मियों ने रोगी को पलंग पर लिटाकर उसे ऑक्सीजन लगाया. उसका उपचार शुरू किया.


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 इस दौरान ड्यूटी पर तैनात नर्सिगकर्मियों ने रोगी का जानकारी आदि के बारे में दस्तावेज तैयार कर संबंधित चिकित्सक के पास पहुंचाया. मॉकर्डिल के दौरान एकेएच अस्पताल की कोरोना संक्रमण को लेकर की गई. तैयारियां चाक-चौबंद पाई गई.


एकेएच के हेल्थ मैनेजर सिद्धांत जोशी ने बताया कि चिकित्सा विभाग के निर्देश पर कोविड-19 के रोगियों के उपचार हेतु सभी प्रकार की तैयारियां पूर्व से ही की जा चुकी है.


 इसके लिए अस्पताल में 16 कोविड रोगियों के लिए एक आईसीयू वार्ड को आरक्षित किया गया है. रोगी के लिए अस्पताल में एन-95 मॉक्स,पीपीई किट,वैंटीलेटर और मॉनीटर आदि की व्यवस्थाएं तैयार है.जोशी ने बताया कि कोरोना रोगियों के उपचार हेतु 9 चिकित्सकों का लगाया गया है, जो इसके उपचार के लिए प्रशिक्षित है. साथ ही अस्पताल के 25 से अधिक स्टाफ सदस्यों को स्पेशल रूप से प्रशिक्षण दिलाया गया है.


कोरोना वार्ड में तैनात रहेंगे.मॉकर्डिल के दौरान नर्सिग अधीक्षक हनुमान नामा सहित अन्य नर्सिगकार्मिक शामिल थे. मालूम हो कि एकेएच के 270 पलंग सीधे ऑक्सीजन से कनेक्टेंड है जिनका उपयोग भी इमरजेंसी में किया जा सकता है.


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