Ajmeer news :केकड़ी जिले के सावर कस्बे के गणेश बाग चौराहे के समीप अजमेर कोटा स्टेट हाइवे से सटाकर ढाई हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर बनी ऐतिहासिक धरोहर तीखी डूंगरी की विशालकाय पत्थर की कारीगरी से निर्मित छतरी को शातिर लोगो ने धन की लालच में धराशाही कर दिया.


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100 साल पुरानी धरोहर
 सावर कस्बे में करीब 100 साल पहले राजा महाराजा काल की ऐतिहासिक धरोहर तीखी डूंगरी पर बनी कलात्मक पत्थरो की छतरी को तोड़ने की जानकारी मिलते ही भारी तादाद में लोग पहाड़ी पर पहुँच गए.बताया गया कि तीखी डूंगरी पर बनी छतरी राजा महाराजा काल की थी.  राजा महाराजा के शासनकाल में उक्त छतरी पर चढकर सावर क्षेत्र की चौकीदारी की जाती थी .


 धन पाने की लालच 
 ऐतिहासिक कलात्मक छतरी को सेकड़ो सालो पहले पत्थर की अदभुद कारीगरी से बनाया गया था. ऐतिहासिक छतरी के टूटने की जानकारी मिलते ही सावर क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी नाराजगी होने के साथ ही देखने के लिए लगभग ढाई हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर लोग चढ़ गये. पहाड़ी पर देखने से पता चला कि शायद लोगो ने धन पाने की लालच में इस ऐतिहासिक छतरी को तोड़कर धराशाही कर दिया. मोके पर देखा गया कि छतरी के पत्थर के खम्बे ओर छतरी का चुने ईंटो के मलबे के साथ ही पुराने जमाने की मिट्टी की काली हांडिया टूटी हुई पड़ी थी.वही एक बड़ी काली हांडी साबुत भी मौके पर देखी गई. तीखी डूंगरी के समीप इलाहके में रहने वाले लोगो ने बताया कि बीती रात्रि में छतरी को तोड़ने की आवाजें आ रही थी.लेकिन ध्यान नहीं दिया गया.


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पुलिस कर रही है मामले की जांच
 मोके को देखते हुए लोगो ने अहसास जताया कि शातिर लोगो ने पूजा अर्चना करके ऐतिहासिक छतरी को तोड़कर उसके अंदर की मिट्टी की हांडियों में पड़े धन को ले गए. मामले की जानकारी मिलते ही सावर नगरपालिका अध्यक्ष विशवजीत सिंह शक्तावत, सावर थाना प्रभारी मानवेन्द्र सिंह के निर्देश पर पुलिस के जवान भी पहाड़ी पर पहुचे ओर मौका रिपोर्ट तैयार की गई है. नगरपालिका अध्यक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच कर रही है