पुष्कर: पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या के आरोपी को पुलिस ने दबोचा, सूर्य प्रताप ने हंसते हुए खिचवाई फोटो, बोला- नहीं है कोई पछतावा
Pushkar, Ajmer News: राजस्थान के अजमेर के पुष्कर थाना पुलिस ने पूर्व पार्षद सवाई सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले आरोपी सूर्य प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से एक देसी कट्टा और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं.
Pushkar, Ajmer News: राजस्थान के अजमेर के पुष्कर थाना पुलिस ने पूर्व पार्षद सवाई सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले आरोपी सूर्य प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से एक देसी कट्टा और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं. हत्या के आरोपी सूर्य प्रताप ने हंसते हुए अपनी तस्वीर मीडिया के सामने खिंचवाई और उसे इस हत्या को लेकर पछतावा नहीं है और 30 साल पुराना बदला पूरा किया यह भी दर्शाया है.
हत्या के आरोपी सूर्य प्रताप से पूछताछ में उसने कबूल किया कि 30 साल पहले उसके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और इसमें मुख्य आरोपी सवाई सिंह थे, जिन्हें कोर्ट ने सबूतों के अभाव में बाद में बरी कर दिया और इसके बाद से ही वह उनके निशाने पर थे. इसी बीच पलटन बाजार के रहने वाले सवाई सिंह अपने बेटे की शादी का कार्ड बांटने पुष्कर बासेली गांव में गए थे और लगातार आरोपी उनका पीछा कर रहा था. गांव के युवराज फोर्ट रिसोर्ट में जब वह चाय पीने रुके तो सूर्य प्रताप और उसके दो साथियों ने सवाई सिंह पर देसी कट्टे से वार कर दिया.
इस दौरान सवाई सिंह के साथ दिनेश तिवारी और एक अन्य साथी भी मौजूद था, जहां सवाई सिंह के सिर में गोली लगने के कारण वह अचेत हो गए और साथी दिनेश तिवारी को भी गोली लगी थी. अस्पताल ले जाते समय सवाई सिंह की मौत हो गई और दिनेश तिवारी का अस्पताल में इलाज जारी है. इस संबंध में दिनेश तिवारी की शिकायत पर मामला दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस संबंध में दो और आरोपी बताया जा रहे हैं जो फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है. दोनों के पास भी देसी कट्टे मौजूद थे और इस संबंध में पुलिस जांच में जुटी है.
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गौरतलब है कि 1993 में मदन सिंह हत्याकांड सामने आया था और इस दौरान मृतक सवाई सिंह पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल के साथ ही साथ सदस्यों को इस मामले में आरोपी माना गया और सबूतों के अभाव में 7 साल पहले उनको बरी कर दिया गया था और श्रीनगर रोड के रहने वाले मदन सिंह के बेटे सूर्य प्रताप सिंह को यह फैसला नागवार गुजरा और तब से ही वह सवाई सिंह को मारने की फिराक में था, लेकिन यह मौका 30 साल बाद पुष्कर में मिला, जहां उसने अपने साथियों के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए इस वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और सूर्य प्रताप के खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं.
Reporter: Ashok Bhati
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