Ajmer News: ब्यावर में राजकीय अमृतकौर चिकित्सासलय के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.अनूप तिवारी ने सीमित संसाधनों के बावजूद एक दुलर्भ आपरेशन कर विगत 12 वर्षो से पीड़ा भुगत रहे एक रोगी को पीड़ा से निजात दिलाई है. 12 वर्षों से पीड़ा सहन कर रहे रोगी ने आपरेशन के बाद राहत मिलने पर डॉ.तिवारी का आभार जताया है.जानकारी के अनुसार सेंदडा निवासी भूपेन्द्रसिंह पुत्र कुन्दनसिंह रावत का बचपन में हाथ फ्रेक्चर हो गया था.


अमृतकौर चिकित्सालय के हड्डी वार्ड में दिखाया


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भूपेन्द्र के परिजनों ने उसका आपरेशन करवाया था, आपरेशन के दौरान भूपेन्द्र का हाथ कोहनी से मुड़ गया, जिसके कारण वह सीधा नहीं हो पा रहा था. मेडिकल की भाषा में इसे क्यूबाइट वायरस कहा जाता है. 12 साल से भूपेन्द्र इस पीड़ा को सहन कर रहा था. विगत दिनों भूपेन्द्र के हाथ में दर्द होने पर उसके परिजनों ने उसे राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के हड्डी वार्ड में दिखाया.


 हाथ को पूर्व की भांति सीधा किया गया


जहां पर डॉ.अनुप तिवारी ने उसे अस्पताल में भर्ती करते हुए लैटरल क्लोज वैज आस्टोमनी विथ प्लाटिंग सिस्टम से आपरेशन करने का निश्चय किया. डॉ. अनूप तिवारी ने बताया कि रोगी को भर्ती करने के बाद सभी प्रकार के जांचों में फिट पाये जाने के बाद रोगी के हाथ का आपरेशन कर हड्डी का एक टुकड़ा बाहर निकालते हुए हाथ को पूर्व की भांति सीधा किया गया.


 डिफोमरमिटी करक्शन सर्जरी से रोगी का हाथ एकदम पूर्व की भांति सीधा होने से रोगी को पीड़ा से निजात मिली है. डॉ.अनूप तिवारी ने आमजन से अपील की है, कि अगर कोई भी व्यक्ति क्यूबाइट वायरस से पीड़ित है, तो इसके आपरेशन के लिए एकेएच के हड्डी रोग वार्ड में संपर्क कर अपना उपचार करवा सकता है. इस प्रकार के ऑपरेशन अब अस्पताल में होने लगे है.


रिपोर्टर- दिलीप चौहान


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