Ajmer News: अजमेर के ब्यावर मेहन्दीपुर बालाजी के दर्शन करने आए यूपी निवासी एक परिवार की महिला परिजनों से बिछुड़कर गुरुवार शाम को रेलगाड़ी से ब्यावर पहुंच गई. ब्यावर पहुंची महिला वेटिंग रूम में जाकर बैठ गई. इस दौरान प्लेटफार्म ड्यूटी पर तैनात उपनिरीक्षक नरेश कुमार वेटिंग रूम से गुजर रहे थे, तो उनकी नदर गुमशुम बैठी उक्त महिला पर पड़ी.


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 इस पर वे महिला आरक्षी प्रधान विमला को लेकर वेटिंमग रूप में पहुंचे तथा महिला से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान महिला ने अपना नाम ज्योति विश्वकर्मा पुत्री ओमप्रकाश निवासी मजीराव पोस्ट बबनोली पांडे जिला देवरिया कानपुर उत्तर प्रदेश बताया. महिला ने बताया कि वह अपने पिता के साथ मेहन्दीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए आई थी.


 दर्शन के दौरान वह अपने पिता से बिछुड गई और रेलगाडी में बैठकर अपने गांव जाने के बजाए ब्यावर पहुंच गई. आरपीएफ थाना पुलिस ने महिला द्वारा बताए गए अपने पिताजी के मोबाइल नबंर पर उन्हें सूचित कर ब्यावर बुलाया.साथ ही महिला को नारी जन जाग्रति संस्थान की अध्यक्ष ममता गुप्ता को थाने बुलाकर महिला को सुरक्षित रूप से रात के समय अपने पास रखने के लिए सुपुर्द किया.


उधर ब्यावर में नारीशाला के अभाव में नारी जन जाग्रति संस्थान ने उक्त महिला को एक रात के लिए वृद्धाश्रम में ठहराया। उधर शुक्रवार सुबह महिला के पिता ओमप्रकाश के ब्यावर पहुंचने पर आरपीएफ थाने के उपनिरीक्षक नरेश कुमार ने रिपोर्ट तैयार कर थाना प्रभारी सावित्री सैनी, नारी जन जाग्रति संस्थान की अध्यक्ष ममता गुप्ता तथा आशा मूंदडा की उपस्थिति में पिता को सुपुर्द किया गया.


Reporter- Dilip Chouhan


 


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