अजमेर: हरिद्वार फार्मा दवा कंपनी के मालिक से 2 करोड़ की रिश्वत मामले में गिरफ्तार एसओजी की निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को आज वॉइस सैंपल के लिए अजमेर के एसीजीएम कोर्ट में पेश किया गया.यह वही सैंपल रिश्वत प्रकरण में मिले ऑडियो की जांच के लिए लिया जा रहा है.


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एसीबी जयपुर द्वारा 16 जनवरी को रिश्वत की सूचना मिलने पर पांच स्थानों पर दबिश देते हुए एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया गया और उनके पास मिले दस्तावेज के साथ ही अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान लैपटॉप, मोबाइल भी जब्त किए गए थे,  जिसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उन्हें 3 फरवरी तक जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं.


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दिव्या के वकील ने रखी ये दलील


इसी बीच ऐसी भी द्वारा इस मामले की तफ्तीश की जा रही थी. ऐसी भी जयपुर द्वारा वॉइस सैंपल की जांच को लेकर न्यायालय में 20 जनवरी को प्रार्थना पत्र लगाया गया,जिसके बाद एसी जीएम एक न्यायालय में दिव्या मित्तल को पेश किया गया, जिसकी जानकारी मिलने पर उनके वकील प्रीतम सिंह सोनी भी पहुंचे और उन्होंने इस मामले को लेकर अपनी बहस की और वही सैंपल क्यों और किस वजह से लिया जा रहा है इसे लेकर समय देने की मांग की. इस मामले में अग्रिम सुनवाई 2 फरवरी को रखी गई है. 


2 करोड़ की रिश्वत मांगने के आरोप में दिव्या मित्तल 3 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में


गौरतलब है कि दिव्या मित्तल जैसी आवाज वाले कई ऑडियो क्लिप्स एसीबी के पास मौजूद है, जिसमें रिश्वत प्रकरण को लेकर बातचीत की जा रही है, ऐसे में इन सभी आवाजों को लेकर जांच की जानी है, इसे लेकर आज न्यायालय में वॉइस चप्पल जांच की मांग की गई है. अगर दिव्या मित्तल की आवाज का सैंपल मिलता है तो दिव्या मित्तल के खिलाफ कोर्ट बड़ा फैसला सुना सकता है. इसी महीने एसीबी की टीम ने पांच जगहों पर दबिश देकर दिव्या मित्तल को पकड़ा था. बता दें कि एसीबी की टीम ने उदयपुर स्थित उनके रिसॉट पर भी छापेमार कार्रवाई की थी.