अजमेर: सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की खादी मुंह से जुड़ी संस्था अंजुमन कमेटी ने आज एक बयान जारी कर खादिम सलमान चिश्ती के उस वीडियो से अपना पल्ला झाड़ लिया है जिसमें वह नूपुर शर्मा के सर को काट कर लाने वाले को अपना मकान और जमीन इनाम में देने की बात कर रहे हैं.अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा कि हर खादी की हरकतों की ठेकेदार अंजुमन कमेटी नहीं है, क्योंकि अजमेर में बहुत सारे खादिम हैं, लेकिन हम सलमान चिश्ती और गौहर चिश्ती की हरकतों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि देश इस समय जिस सांप्रदायिकता की आग में जल रहा है, उसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बयान देकर लोगों से शांति की अपील करनी चाहिए. सरवर चिश्ती ने कहा कि उदयपुर में जिस तरह से कन्हैया लाल की हत्या हुई वह पूरी तरह से इस्लाम के खिलाफ है और हम इसकी भी निंदा करते हैं, लेकिन जिम्मेदारों को यह देखना होगा कि जब शंभू रैगर किसी मुसलमान की हत्या करता है तो आखिर उसका समर्थन क्यों किया जाता है.


यह भी पढ़ें: डोटासरा ने भाजपा नेताओं के उदयपुर दौरे पर उठाए सवाल, पॉलिटिकल टूरिस्ट बनकर वहां पहुंच रहे


नूपुर शर्मा का स्वागत रेड कारपेट पर क्यों?


नूपुर शर्मा जब पैगंबर की शान में गुस्ताखी करती है तो उसका स्वागत दिल्ली में रेड कार्पेट से क्यों किया जाता है. आखिर ऐसे लोगों के खिलाफ सरकारी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि सलमान चिश्ती ने अपने घर में बैठकर वीडियो शूट किया है जिसकी जिम्मेदारी अंजुमन कमेटी की नहीं हो सकती वही गौहर चिश्ती ने जिस तरह के नारे लगाए अंजुमन कमेटी उसकी भी निंदा करती है और गौहर चिश्ती के खिलाफ अब क्योंकि पुलिस कार्रवाई कर रही है तो अंजुमन कमेटी के किसी भी बयान का यहां कोई महत्व नहीं रह जाता.


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें