Ajmer : दवा कंपनी के मालिक से दो करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार की गई निलंबित दिव्या मित्तल को आज जयपुर एसीबी ने 3 दिन की रिमांड के बाद अजमेर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे 3 फरवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं. जयपुर से अजमेर पहुंचे एसीबी के जयपुर उपाधीक्षक मांगीलाल ने बताया कि 16 जनवरी को एसीबी जयपुर की टीम ने 5 स्थानों पर दबिश देते हुए एसओजी की तत्कालीन एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को उसके निवास स्थान ए आर जी सिटी के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया और उसे न्यायालय में पेश किया गया.जहां से उसे 3 दिन के रिमांड पर लेते हुए रिश्वत मामले को लेकर पूछताछ की गई.


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इस दौरान पूछताछ में दिव्या मित्तल से अलग-अलग विषयों को लेकर जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया जिसमें उसके सहयोगी और दलाल सुमित के अलावा अलग-अलग दस्तावेज और मोबाइल और लैपटॉप को लेकर भी जानकारी ली गई और उसे वापस आज रिमांड अवधि पूरी होने पर एसीबी अजमेर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे न्यायाधीश द्वारा जुडिशल कस्टडी में 3 फरवरी तक जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं गौरतलब है कि यह पूरा प्रक्रम 16 करोड़ की नशीली दवाओं की अवैध तस्करी को लेकर जुड़ा है. 2021 मैं हुई इससे तस्करी के दौरान पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया और इसकी जांच पुलिस के बाद एसओजी को सौंपी गई एसओजी के एडिशनल एसपी ने इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए उच्चाधिकारियों से भी पूछताछ की.


इसी दौरान उन पर आरोप लगा कि हरिद्वार की फार्मा कंपनी के मालिक से 2 करोड रुपए मांगे जा रहे हैं यह सौदा 50 लाख में तय हुआ पहले 2500000 रुपए देने थे और उसके बाद 2500000 रुपए देने थे इसी दौरान ट्रेप फेल हो गया और मुकदमा दर्ज कर इस मामले में जयपुर एसीबी ने अपना अनुसंधान शुरू किया और 16 जनवरी को पांच स्थानों पर दबिश देते हुए दिव्या मित्तल की अलग-अलग संपत्ति के दस्तावेज और विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक आइटम मोबाइल लैपटॉप सहित अन्य चीजें कंगाली गई और उन्हें पूछताछ के बाद 17 जनवरी को न्यायालय में पेश किया जहां से 3 दिन का रिमांड लिया गया इसी बीच दिव्या मित्तल को निलंबित भी कर दिया गया इस रिमांड अवधि के दौरान मोबाइल को लेकर आना सागर में फेंकने की बात पर अजमेर में तलाशी भी ली गई लेकिन मोबाइल नहीं मिला इस पूरे घटनाक्रम को लेकर न्यायालय में एक बार फिर दिव्या मित्तल को पेश किया गया है जहां से उन्हें 3 फरवरी तक ज्यूडिशल कस्टडी में जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं फिलहाल इस पूरे प्रकरण को लेकर जयपुर एसीबी की ओर से जांच की जा रही है और अन्य दस्तावेज और संपत्ति के दस्तावेजों को लेकर भी जानकारी जुटाई जारी है. 


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