Beawar News: ब्यावर के सूरजपोल गेट के बाहर स्थित प्रसन्न गणपति मंदिर के महंत फतेहगिरी महाराज ने प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ नाराजगी जताई. .  उन्होंने एकता सर्किल पर धरना देत हुए नग्न अवस्था में बैठ गए. उनकी नाराजगी का कारण यह था कि प्रशासन द्वारा मंदिर के आसपास की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया.


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महंत के इस कदम से शहर में अफरा-तफरी मच गई. संत के धरने से शहर का यातायात भी प्रभावित हो गया.  प्रशासन की अनुपस्थिति को देखते हुए संत ने एकता सर्किल पर धरना दे दिया.  संत के धरने पर बैठने के करीब 2 घंटे बाद तक भी कोई भी प्रशासन का नुमाइंदा मौके पर नहीं पहुंचा.


 संत के मुताबिक, उन्होंने मंदिर के बाहर व्याप्त समस्याओं के समाधान के लिए कई बार कलेक्टर और प्रशासन से मुलाकात की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया..  मंदिर के बाहर सड़कों पर पानी का जमाव, मंदिर परिसर के बाहर ठेले वालों का कब्जा, ठेलों पर अवांछनीय गतिविधियां होना और आसपास के इलाकों में लोगों द्वारा अवांछनीय गतिविधियां करना, उनके साथ हाथापाई और मारपीट करना आदि शामिल है.
 संत के मुताबिक, शुक्रवार को भी किसी अज्ञात ने उनके साथ मारपीट की. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भी संत जिला कलेक्टर के पास पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया गया था. इसके कारण वे नाराज होकर एकता सर्किल पर पहुंचकर नग्न अवस्था में धरने पर बैठ गए..


संत ने आगे कहा कि मंदिर परिसर के बाहर ठेले पर होने वाली अनैतिक गतिविधियों की शिकायत प्रशासन से की गई थी, लेकिन उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से उनके हौंसले बुलंद हैं. संत का आरोप है कि मंदिर परिसर में शौचालय निर्माण भी बाधा आ रही है. इसको लेकर भी प्रशासन से गुहार की गई लेकिन अब तक इस और भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है.


संत ने कहा कि मंदिर परिसर के बाहर लोगों ने अवैध पार्किंग बना रखी है, जिससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. संत द्वारा एकता सर्किल पर धरना देने की सूचना मिलने पर उपाध्यक्ष राजेश कसाना, विश्व हिंदू परिषद के सुरेश वैष्णव व नितीश गोयल सहित अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और संत से बातचीत कर उन्हें शांत करने का प्रयास किया. लेकिन संत अपनी जिद पर अड़े रहे. इस दौरान संत ने सीएम को मौके पर बुलाने की मांग तक कर डाली. खबर लिखे जाने तक डिप्टी कसाना तथा विहिप पदाधिकारियों की संत के साथ समझाइस जारी रही.


वहीं काफी समय बीतने के साथ ही महंत फतेहगीरी महाराज के धरने की जानकारी के बाद एसडीएम गौरव बुडानिया भी मौके पहुंचे  है.  एसडीएम गौरव बुडानिया तथा डिप्टी राजेश कसाना ने संत के साथ समझाइश की . और सभी मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है. जिसके बाद महंत फतेहगीरी महाराज धरने से  उठ गए. 


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