Beawar News: राजस्थान के जिला अजमेर के ब्यावर शहर में लंबे समय से आवारा पशुओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. आए दिन शहर में कहीं ना कहीं लोग आवारा पशुओं का शिकार होकर घायल हो जाते है. या फिर आपस में गुत्थम गुत्था हुए आवारा पशु खडी गाड़ियों को गिरा देते है, जिसके कारण वाहनों को भी काफी नुकसान होता है और कई बार वाहन चालक भी घायल हो जाते है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़े: कांग्रेस नेता श्याम खीचड़ और संजय ने थामा BJP का हाथ, मोदी सरकार का किया गुनगान


प्रशासन और नगर निगम को ज्ञापन सौंपा
शहरवासियों द्वारा समय-समय पर प्रशासन और नगर निगम को इस बारे में कई बार ज्ञापन सौंप कर ज्ञात करनाया गया है. इसके साथ ही अन्य माध्यम से शिकायत कर प्रशासन को आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग करते है. लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान ही नही दे रहा है.


प्रत्याशियों को भी दिया सुचना 
वहीं विधानसभा चुनाव के दौर में प्रत्याशियों को भी आमजन द्वारा लंबे समय से शहर में बढते आवारा पशुओं के बारे में अवगत करा कर, निजात दिलाने के लिए मांग की गई. लेकिन वह भी अभी तक आवारा पशु की समस्या से शहरवासियों को निजात नहीं दिला पाए है. हो सकता है कि अब जब चुनाव में मत मांगने के लिए प्रत्याशी क्षेत्र में जाए तो उन्हे मतदाताओं से शहर में बढ़ती आवारा पशुओं की समस्या पर नाराजगी झेलनी पडे़.


यह भी पढ़े: होम वोटिंग के चौथे दिन वोट डाल बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने दिया मतदान का संदेश


क्षेत्रवासियों में अफरा तफरी मची
इसी प्रकार का एक मामला शुक्रवार को शहर के डिग्गी मोहल्ला में देखने को मिला जहां पर दो आवारा पशु सुबह आपस में भिड़ गये, जिसके कारण वहां पर मौजूद क्षेत्रवासियों में अफरा तफरी मच गई. इस दौरान आवारा पशुओं ने लड़ते-लड़ते एक साइकिल और एक बाइक को नुकासान पहुचा दिया. यह तो गनीमत रही कि उस समय वहां पर किसी के नहीं होने के कारण बड़ा हादसा टल गया.


आवारा पशुओं से परेशान लोग
क्षेत्रवासी रवि खंडेलवाल ने बताया कि क्षेत्र के लोग आवारा पशुओं से काफी परेशान है. आए दिन आवारा पशुओं के आपस में भिड़ जाने के कारण यहां पर निवास करने वाले कई लोग उनका शिकार बन जाते है. खंडेलवाल ने बताया कि इस बात पर प्रशासन को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है. लेकिन नगर परिषद प्रशासन ने अभी तक क्षेत्रवासियों को इस समस्या से निजात नही दिलाई है.


यह भी पढ़े: जयपुर का 296 वां स्थापना दिवस के अवसर पर साइक्लोथॉन का आयोजन