Rajasthan News: ब्यावर के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय का जर्जर भवन अब रोगियों की जान के लिए भी आफत बनाता जा रहा है. बरसात के बाद पुराने व जर्जर भवन की छतों से आए दिन प्लास्टर गिर रहा है. शुक्रवार रात को मेल सर्जिकल वार्ड की छत से मलबा गिर गया. छत से गिरा मलबा वार्ड के पलंग संख्या 10 पर भर्ती रोगी के सीने पर जा गिरा. हादसे के समय रोगी नींद में था. अचानक सीने पर मलबा गिरने से रोगी हड़बड़ा कर जागा और चिल्लाने लगा. 


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हादसे से रोगियों में मची अफरातफरी
वहीं, रोगी की चिल्लाने की आवाज सुनकर पास ही में सो रहा उसका भाई पलंग के पास पहुंचा और तुरंत स्टाफ कर्मचारियों तथा चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी. हादसे के बाद वार्ड में भर्ती अन्य रोगियों में भी अफरा तफरी मच गई. जानकारी मिलते ही चिकित्सक वार्ड में पहुंचे तथा रोगी के स्वास्थ्य की जांच की. गनीमत रही कि हादसे में रोगी को किसी प्रकार की कोई चोट नहीं आई. 


बजट नहीं मिलने से जर्जर भवन में चल रहा अस्पताल
जानकारी के अनुसार, नाहरपुरा प्रतापगढ़ बाबरा निवासी मदनसिंह पुत्र पूरणसिंह रावत हाथ में फ्रैक्चर होने के चलते ऑपरेशन के बाद मेल सर्जिकल वार्ड के पलंग संख्या 10 पर भर्ती था. शुक्रवार रात को सोते समय अचानक छत से मलबा उसके सीने पर आ गिरा. हालांकि, रोगी को किसी प्रकार की कोई चोट नहीं आई है. मालूम हो कि राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय का पुराना भवन काफी जर्जर हो गया है. जर्जर अवस्था में होने के कारण कई वार्डो को बंद कर दिया गया है. नवीन भवन के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार की ओर से बजट स्वीकृत किया गया था, लेकिन अब तक बजट नहीं मिलने के कारण नए भवन का निर्माण शुरू नहीं हो सका है. 


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