Rajasthan News: ब्यावर के जवाजा पंचायत के ग्राम बाड़िया गैना (कालाबड़) में बेटी की शादी की तैयारियों में जुटे पिता और उसके पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया. वहीं, राव के माध्यम से इसकी मुनादी भी करवा दी गई. इससे शादी समारोह की सारी तैयारियां व व्यवस्थाएं धरी रह गई. पीड़ित पिता ने समाज के पंचों के खिलाफ मनमर्जी करने व उसे सामाजिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए जवाजा थाने में शिकायत दी है. ग्राम बाड़िया गैना निवासी राजूराम नायक ने शिकायत में बताया कि उसकी पुत्री करीना का जो विवाह 22 अप्रैल को हुआ. 20 अप्रैल को गांव पंचों ने मुनादी करा दी कि उनके परिवार से समाज व गांव का कोई भी व्यक्ति कोई रिश्ता- नाता नहीं रखेगा. यदि रखेगा तो उस पर एक लाख रु. का दंड लगाया जाएगा.


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2 साल पहले भतीजे की पुत्री का मामला बना विवाद
राजूराम ने समाज के राव मानक से इसका कारण पूछा, तो उसने बताया कि उसके भतीजे अमित की पुत्री अमीषा का 2 साल पहले प्रेम प्रसंग का मामला था. घटना को लेकर राजूराम और उसके परिवार वालों को जाति समाज से बहिष्कृत कर दिया गया. राजूराम ने इस घटना से उसका कोई लेना-देना नहीं होना बताया. इसके लिए पंचों द्वारा उसे जाति समाज से कैसे बाहर कर सकते हैं, लेकिन वह नहीं माना और मुनादी करता हुआ वहां से चला गया. इसके बाद मानक के उसके चाचा के बेटे दीपक जो अहमदाबाद से शादी में आए हुए थे. उन्हें भी जाति समाज से बाहर करने की सूचना दी. 


मामले की जांच में जुटी पुलिस 
राजूराम ने पुलिस को बताया कि सभी पंचों ने बिना किसी अधिकार के खाप पंचायत का गठन कर उसे और उसके पूरे कुटुंब को ही जाति समाज से बाहर निकाल दिया. इसमें 22 अप्रैल को उसकी पुत्री के विवाह में समाज से गांव का कोई भी व्यक्ति नहीं आया. वहीं, दूल्हा पक्ष के सामने उसका अपमान हुआ. साथ ही लोगों के लिए भोजन आदि का प्रबंध और तैयारियां भी बेकार हो गई. वहीं, जवाजा थानाधिकारी हरिराम जाजूंदा ने बताया कि इस प्रकार समाज से बहिष्कृत करने जैसा फरमान यदि जारी हुआ तो गलत है. इस संबंध में सूचना मिली है जिसकी जांच की जाएगी. 


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