बिल ठीक करने के नाम पर भेजा लिंक और खाते से उड़ाए साढ़े 6 लाख, पुलिस ने करवाए रिफंड
Beawar: साइबर ठगी के मामले में एक पीड़ित के खाते से ठगी गई राशि को रिफंड करवाने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने बताया कि एक ठग ने बिजली बिल बकाया होने फोन कर उसे अपडेट करने के लिए एक लिंक दिया. लिंक के माध्यम से ठग ने पांच बार ट्रान्जेशन कर 6 लाख 56 हजार रुपए निकाल लिए.
Beawar: सिटी थाना पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में एक पीड़ित के खाते से ठगी गई राशि को रिफंड करवाने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने प्रकरण में ऑनलाइन ठगी करने वाले ठग को डिटेन कर लिया है. और शीघ्र ही उसे गिरफ्तार करने का प्रयास करेंगी.
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डिप्टी मनीष कुमार चौधरी ने बताया कि 5 नवबंर 2022 को परिवादी ब्रजकुमार कुमावत ने एक रिपोर्ट देकर बताया कि एक ठग ने विद्युत बिल बकाया होने का फोन कर उसे अपडेट करने के लिए एक लिंक दिया. लिंक के माध्यम से ठग ने पांच बार ट्रान्जेशन करते हुए उसके खाते से 6 लाख 56 हजार रुपए निकाल लिए.
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परिवादी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान डिप्टी मनीष चौधरी तथा टीम ने बैंक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर पीडित के खाते से जिस खाते मे धोखाधड़ी की राशि ट्रांसफर हुयी है उस खाते को फ्रीज करवाया गया और फिर स पीड़ित के खाते में 6 लाख 35 हजार रुपये को फिर से पीडित के खाते में रिफण्ड करवाने मे सफलता हासिल की है. चौधरी ने बताया कि पीडि़त के साथ ऑनलाइन एप एनीडेस्क के माध्यम से धोखाधडी की गई है.
प्रकरण की जानकारी देते हुए डिप्टी मनीष चौधरी ने आमजन को इस प्रकार के फ्रॉड से बचने के लिए ऑनलाइन ट्रान्जेशन करते हुए विशेष सर्तकता बरतने की सलाह दी है. चौधरी ने आमजन से आग्रह किया है कि वे अपनी बैंक डिटेल एटीएम की जानकारी नहीं दें, किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना ओटीपी नहीं बताएं, मोबाईल फोन को एक्सेस करने वाले एप्प जैसे एनीडेस्क, टीम व्यूवर, क्विप स्पोर्ट, ह्यूमन हेल्प को डाउनलोड करने से पहले सचेत रहें और किसी भी लिंक को बिना जानकारी के नहीं खोलें. साथ ही साईबर ठगी होने पर तुरंत बैंक जाकर साईबर ठग के अकाउण्ट को फ्रीज करवाया जावे तथा साईबर फ्रॉड होने पर तुरन्त साईबर हेल्पलाईन नंबर 1930 पर संम्पर्क करे.
Reporter- Dilip Chouhan