Kekri: महात्मा गांधी नरेगा कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को स्थाई करने और शहरी नरेगा की तर्ज पर समान काम समान वेतन की मांग को लेकर 4 मई से आंदोलन और सामूहिक अवकाश पर चल रहे है. 


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नरेगा संघ के जेटीए लोकेश ओझा ने बताया कि नरेगा कनिष्ठ तकनीकी सहायकों की भर्ती और समायोजन मांग जब तक पूरी नहीं होगी तब तक संविदाकर्मी आन्दोलन जारी रखेंगे. ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार द्वारा 2013 में नरेगा संविदाकर्मियों को नियमित करने के लिए तीन वर्षों के बोनस अंको का प्रावधान करते हुए jen भर्ती निकाली थी परन्तु संविदाकर्मी कानूनी अडचनों के कारण नियमित नहीं हो पाए. 


राज्य की कांग्रेस सरकार के जन घोषणा पत्र में भी संविदाकर्मियों को नियमित किये जाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन इस ओर कदम नहीं उठाया गया है. इसलिए नरेगा कनिष्ठ तकनीकी सहायक संघ सामूहिक अवकाश एवं कलमबंद आन्दोलन पर उतर गए है. प्रदेश कार्यकारिणी के निर्देशानुसार मांगे नहीं मानें जानें पर जिला स्तर और राज्य स्तर पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. 


महात्मा गांधी नरेगा कनिष्ठ तकनीकी सहायकों के एक माह से आंदोलन पर चलने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा हैं. वहीं नरेगा कार्य अटके पड़े हुए हैं जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र में नरेगा श्रमिक ठाली बैठे हैं. सरकार द्वारा इस संदर्भ में समस्या का समाधान के लिए प्रभावी कार्रवाई नहीं की और इनकी जगह दूसरे कर्मचारियों को लगाया जिसके चलते नरेगा के कार्य अवरुद्ध पड़े हैं.


Reporter: Ashok Bhati


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